पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने चंडीगढ़ प्रेस क्लब में आयोजित “मीट द प्रेस” कार्यक्रम के दौरान वर्तमान कांग्रेस सरकार पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश आज संकट के दौर से गुजर रहा है और सुक्खू सरकार की नीतियों ने प्रदेश को अव्यवस्था, भ्रष्टाचार और अराजकता की ओर धकेल दिया है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने अब तक 2000 से अधिक संस्थान बंद कर दिए हैं, जिससे लाखों लोगों की रोज़ी-रोटी पर असर पड़ा है। हमारी सरकार द्वारा शुरू की गई जनकल्याणकारी योजनाएँ, जो आज भी लोगों को लाभ पहुँचा रही थीं, उन्हें भी बंद कर दिया गया। जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री के कार्यक्रमों में हुए “जंगली मुर्गा और समोसा कांड” ने हिमाचल की प्रतिष्ठा को पूरे देश में धूमिल किया है। यह एक ऐसे पद पर बैठे व्यक्ति को शोभा नहीं देता।
उन्होंने कहा कि प्रदेश को आपदा राहत के लिए केंद्र से 4500 करोड़ रुपये मिले, लेकिन सरकार ने अब तक केवल 300 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। यह आम जनता के साथ धोखा है। साथ ही उन्होंने कहा कि मीडिया पर दबाव बनाना, पत्रकारों की गिरफ्तारी करवाना और अभिव्यक्ति की आज़ादी पर रोक लगाना लोकतंत्र के लिए बेहद खतरनाक है। उन्होंने आश्वासन दिया कि भाजपा सरकार आने पर मीडिया कर्मियों के लिए पेंशन व अन्य सुविधाओं पर विचार किया जाएगा।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि भाजपा सरकार के समय नशा तस्करों और अपराधियों पर सख्त निगरानी थी, लेकिन आज वे मुक्त रूप से घूम रहे हैं। सरकार की लापरवाही से हिमाचल की कानून-व्यवस्था पर गंभीर प्रश्नचिह्न लग गया है। जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश की भूमि बाहरी लोगों को बेचे जाने की नीति से ऐसा लगता है कि “हिमाचल ऑन सेल” है। उन्होंने स्पष्ट किया कि भाजपा सरकार आने पर युवाओं को हरियाणा की तरह खेलों और कौशल विकास में प्रोत्साहन दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि हिमाचल में संसाधनों की कमी हो सकती है, लेकिन प्रतिभा और क्षमता की कोई कमी नहीं।
उन्होंने कहा कि बिहार में कांग्रेस और उसके सहयोगी दल हिमाचल जैसी झूठी गारंटियों की राजनीति दोहराने की कोशिश कर रहे हैं। कांग्रेस के वे ही नेता जो हिमाचल में झूठ बोलकर जनता को बरगला चुके हैं, अब वही रणनीति बिहार में अपना रहे हैं। झूठे वादों और गारंटियों से सरकार नहीं चलती- अच्छी नीयत और जनसेवा के भाव से ही विकास संभव है।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने बिना किसी गारंटी के गृहिणी सुविधा योजना, हिम केयर, सहारा योजना, वृद्धा पेंशन, स्वावलंबन योजना जैसी अनेक योजनाएँ शुरू कीं, जबकि वर्तमान सरकार ने बिना नीयत के झूठे वादों का जाल बुना।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि पत्रकारों पर झूठे मुकदमे दर्ज करना, खबर लगाने पर कार्रवाई करना इस सरकार की असहिष्णुता को दर्शाता है। “जंगली मुर्गा” प्रकरण में पत्रकारों पर कार्रवाई प्रेस की स्वतंत्रता पर सीधा हमला है।
उन्होंने कहा कि हिमाचल में बढ़ती प्राकृतिक आपदाओं को देखते हुए दीर्घकालिक पर्यावरण संरक्षण योजनाएँ बनाना आवश्यक है। इस दिशा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से बातचीत के बाद एक मल्टी-सेक्टोरल अध्ययन टीम का गठन किया गया है।
जयराम ठाकुर ने धारा 118 में ढील के मुद्दे पर कहा कि यह “सत्ता संरक्षित रैकेट” है जो लोगों से अवैध उगाही कर रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अवैध खनन और माफिया राज बढ़ रहा है, जो हिमाचल की संस्कृति के विपरीत है।
नशे के प्रसार पर उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के समय सीमावर्ती राज्यों के साथ मिलकर इंटर-स्टेट फोर्सेज के जरिए ठोस कदम उठाए गए थे, जिनके अच्छे परिणाम आए। अब सरकार को भी इस दिशा में गंभीर कदम उठाने चाहिए।
कार्यक्रम के अंत में चंडीगढ़ प्रेस क्लब के अध्यक्ष सौरभ दुग्गल, महासचिव राजेश ढल एवं सभी पदाधिकारियों ने जयराम ठाकुर का सम्मान किया। पूर्व मुख्यमंत्री ने प्रेस क्लब का आभार जताते हुए कहा कि मीडिया लोकतंत्र की आत्मा है और उसकी स्वतंत्रता की रक्षा हर सरकार का दायित्व होना चाहिए।