गुरुग्राम/फरीदाबाद : गुरुग्राम में यूट्यूबर (YouTuber) एल्विश यादव के घर पर हुई सनसनीखेज फायरिंग के मामले में फरीदाबाद पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। फरीदाबाद क्राइम ब्रांच ने शुक्रवार को एक मुठभेड़ (Encounter) के बाद मुख्य आरोपी इशांत उर्फ इशू गांधी को गिरफ्तार कर लिया है। एनकाउंटर के दौरान इशांत के पैर में गोली लगी है, और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
कैसे हुआ एनकाउंटर और गिरफ्तारी?
फरीदाबाद क्राइम ब्रांच को सूचना मिली थी कि एल्विश यादव फायरिंग केस का मुख्य आरोपी इशांत गांधी बीपीटीपी थाना इलाके में छिपा हुआ है। जब पुलिस की टीम ने उसे घेरने की कोशिश की, तो इशांत ने पुलिस पर ऑटोमेटिक पिस्टल से फायरिंग शुरू कर दी। उसने पुलिस पर करीब आधा दर्जन राउंड फायर किए।
पुलिस ने आत्मरक्षा में जवाबी कार्रवाई की, जिसमें एक गोली इशांत के पैर में लगी और वह घायल हो गया। इसके बाद पुलिस ने उसे मौके से ही काबू कर लिया और इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया। इशांत फरीदाबाद के जवाहर कॉलोनी का रहने वाला बताया जा रहा है।
क्या था पूरा मामला?
यह पूरा मामला 17 अगस्त की सुबह का है, जब एल्विश यादव के गुरुग्राम स्थित घर के बाहर ताबड़तोड़ फायरिंग की गई थी। सीसीटीवी फुटेज में साफ दिखा कि हेलमेट पहने दो बदमाश मोटरसाइकिल पर आए और उन्होंने एल्विश के घर पर 24 राउंड फायरिंग की। गनीमत रही कि इस हमले में किसी को कोई नुकसान नहीं हुआ। घटना के वक्त एल्विश घर पर नहीं थे, लेकिन उनके माता-पिता और अन्य सदस्य घर पर ही मौजूद थे।
हिमांशु भाऊ गैंग ने ली थी जिम्मेदारी
इस हमले की जिम्मेदारी हिमांशु भाऊ गैंग ने एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए ली थी। गैंग ने अपने पोस्ट में लिखा था कि एल्विश यादव ने बेटिंग ऐप (Betting App) को प्रमोट करके कई घरों को बर्बाद कर दिया है, और इसी वजह से यह हमला किया गया।
पुलिस की कार्रवाई और जांच
इस हाई-प्रोफाइल मामले के बाद गुरुग्राम पुलिस ने जांच तेज कर दी थी और लगातार आरोपियों की तलाश में जुटी थी। इस हमले के बाद एल्विश यादव के परिवार की सुरक्षा बढ़ा दी गई है और उन्हें 8 सुरक्षाकर्मियों की पुलिस सुरक्षा मुहैया कराई गई है। फरीदाबाद क्राइम ब्रांच अब इस मामले में दूसरे आरोपी की तलाश में जुट गई है, ताकि इस पूरी साजिश का पर्दाफाश किया जा सके।