श्री अमृतसर : श्रीनगर में हुए शहीदी समारोह को लेकर उठा विवाद अब तख्त श्री अकाल साहिब तक जा पहुंचा है। श्री गुरु तेग बहादुर जी की 350वीं शहादत को लेकर आयोजित कार्यक्रम में नाच-गाने और मनोरंजन के अंदाज़ में शुरुआत ने सिख संगत की भावनाओं को गहरी ठेस पहुंचाई है। इस गंभीर मामले को देखते हुए श्री अकाल तख्त साहिब के कार्यकारी जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गड़गज्ज ने पंजाब सरकार के कैबिनेट मंत्री हरजोत सिंह और भाषा विभाग के डायरेक्टर जसवंत सिंह को 1 अगस्त 2025 को पेश होकर अपना पक्ष रखने के लिए तलब किया है।
किस बात पर मचा विवाद?
1. श्रीनगर में हुए एक धार्मिक कार्यक्रम की शुरुआत नाच-गाने और मनोरंजक तरीकों से की गई, जिसे सिख पंथ की गरिमा और परंपरा के खिलाफ माना गया।
2. जत्थेदार गड़गज्ज ने स्पष्ट कहा कि शहीदी जैसे पवित्र मौके को इस अंदाज में मनाना पहले कभी नहीं देखा गया।
3. उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम को लेकर ना तो अब तक कोई स्पष्टीकरण आया है, और ना ही सिख संगत से माफी मांगी गई है।
जत्थेदार का आदेश: 1 अगस्त को हो पेश
श्री अकाल तख्त साहिब द्वारा भेजे गए आधिकारिक समन में कहा गया है कि दोनों अधिकारी 1 अगस्त को पाँच सिंह साहिबान की उपस्थिति में पेश हों और अपने इस कृत्य को लेकर जवाब दें।
गायक बीर सिंह पर भी आई थीं शिकायतें
इस पूरे प्रोग्राम में गायक बीर सिंह के खिलाफ भी शिकायतें दर्ज की गई थीं। उन्होंने अकाल तख्त साहिब पहुँचकर माफ़ी मांगी और अपनी सफाई पेश की। उनका मामला भी 1 अगस्त की ही बैठक में विचाराधीन रहेगा।
अकाल तख्त का सख्त संदेश
श्री अकाल तख्त साहिब के सेक्रेटरी बगीचा सिंह ने जानकारी दी कि कैबिनेट मंत्री और डायरेक्टर को इस मामले में पत्र जारी किया जा चुका है। तख्त साहिब ने स्पष्ट किया है कि गुरु साहिबान की शहादत के मौके पर कोई भी हल्कापन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, चाहे वह किसी भी पद पर बैठे व्यक्ति द्वारा हो।