लीड्स; भारतीय टीम एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के पहले टेस्ट में इंग्लैंड के खिलाफ पांच विकेट से हार गई। टीम पांच मैचों की सीरीज में 0-1 से पिछड़ गई है। सीरीज का दूसरा मैच दो जुलाई से बर्मिंघम में खेला जाएगा। लीड्स के हेडिंग्ले क्रिकेट स्टेडियम में मंगलवार को मुकाबले के आखिरी दिन इंग्लैंड को 350 रन बनाने थे, जिसे टीम ने पांच विकेट खोकर हासिल कर लिया। बेन डकेट ने 149 और जैक क्रॉली ने 65 रन की पारी खेली। बेन स्टोक्स ने 33 रन बनाए।
भारत से शार्दुल ठाकुर और प्रसिद्ध कृष्णा को दो-दो विकेट मिले। लीड्स टेस्ट हारने के बाद भारतीय कोच गौतम गंभीर ने कहा कि सिर्फ शतक नहीं, जीत मायने रखती है। उन्होंने यह बात पंत के शतकों के सवाल पर कही। ऋषभ पंत के दो शतकों पर जब सवाल पूछा गया, तब गंभीर ने कहा कि इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में तीन और शतक भी लगे हैं। वह भी बड़े पॉजिटिव हैं, लेकिन सिर्फ शतक नहीं, जीत ज्यादा मायने रखती है। यशस्वी जायसवाल, शुभमन गिल (कप्तान के रूप में पहला टेस्ट), केएल राहुल और पंत इन पांच बल्लेबाजों के शतक पॉजिटिव बात है।
गंभीर ने कहा कि भारत के युवा तेज गेंदबाजों को समय और अनुभव देना जरूरी है। बुमराह को छोडक़र कोई भी गेंदबाज ज्यादा प्रभावी नहीं दिखा। प्रसिद्ध कृष्णा, सिराज और शार्दुल ठाकुर लाइन-लेंथ में लगातार अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके। उन्होंने आगे कहा कि पहले हमारे पास चार ऐसे तेज गेंदबाज होते थे, जिनके पास 40 से ज्यादा टेस्ट का अनुभव होता था। अनुभव टेस्ट क्रिकेट में बहुत मायने रखता है, खासकर विदेशी दौरों में। अगर हर टेस्ट के बाद गेंदबाजों को आंकेंगे, तो हम तेज गेंदबाजी यूनिट कैसे बनाएंगे। प्रसिद्ध कृष्णा के पास बेहतरीन टेस्ट गेंदबाज बनने के सारे गुण हैं। शार्दुल को कम गेंदबाजी करने के पीछे गंभीर ने कप्तान के फैसले को सही ठहराया। वह बोले कभी-कभी कप्तान परिस्थितियों के अनुसार स्पिनर को प्राथमिकता देता है।
बुमराह तीन ही टेस्ट खेलेंगे
जसप्रीत बुमराह के सवाल पर गौतम गंभीर ने साफ किया है कि तेज गेंदबाज बुमराह का पांच विकेट लेना शानदार था। हम अपनी योजना नहीं बदलेंगे। बुमराह के वर्कलोड को संभालना जरूरी है, क्योंकि आगे और भी क्रिकेट है। गंभीर ने युवा गेंदबाजों पर भरोसा जताते हुए कहा कि हमने जो टीम चुनी है, वह विश्वास के साथ चुनी है, न कि उम्मीद के भरोसे। हम मानते हैं कि ये गेंदबाज बेहतर करेंगे। इस टेस्ट में भी हम चार दिन तक अच्छी स्थिति में थे।
कभी-कभी फेल हो जाते हैं प्लेयर्स
निचले क्रम की बल्लेबाजी पर गंभीर ने कहा कि भारत की दोनों पारियों में निचले क्रम के बल्लेबाज जल्दी आउट हो गए, जिससे बड़ी बढ़त नहीं बन पाई। भारत ने पहली पारी में 41 रन बनाने में आखिरी छह विकेट गंवा दिए, जबकि दूसरी पारी में 31 रन में पांच विकेट गंवा दिए। ऐसा नहीं कि उन्होंने कोशिश नहीं की, लेकिन कभी-कभी प्लेयर्स फेल हो जाते हैं। यह सामान्य बात है। गंभीर ने कप्तान गिल के बारे में कहा कि अपने पहले टेस्ट में कप्तान के रूप में गिल ने शानदार शतक लगाया। पहला मैच था तो नर्वस होना स्वाभाविक है, लेकिन उसने बहुत अच्छा किया। उसके पास एक सफल कप्तान बनने के सभी गुण हैं। बस हमें समय देना होगा।