अमृतसर से दिल्ली के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस को लेकर उत्तर रेलवे ने बड़ा कदम उठाया है। करीब डेढ़ साल बाद इस ट्रेन की कोच संख्या 8 से बढ़ाकर 16 कर दी गई है। अब इस ट्रेन में दोगुने यात्री सफर कर सकेंगे। रेलवे ने यह फैसला यात्रियों की लगातार बढ़ती मांग और बुकिंग में वेटिंग लिस्ट को देखते हुए लिया है। बता दे कि अमृतसर-दिल्ली वंदे भारत एक्सप्रेस (22488/22487) को 6 जनवरी 2024 को लॉन्च किया गया था। शुरुआत में ट्रेन में सिर्फ 8 कोच लगाए गए थे, जिससे लगभग 530 यात्रियों के सफर की सुविधा थी। ट्रेन के शुरू होते ही इसकी लोकप्रियता तेजी से बढ़ी और त्योहारों, वीकेंड्स पर सीटें मिलना मुश्किल हो गया।
10 जुलाई से 16 कोचों के साथ दिल्ली से रवाना होगी, 12 जुलाई को अमृतसर से चलेगी
नई व्यवस्था के तहत वंदे भारत एक्सप्रेस 10 जुलाई (गुरुवार) को पहली बार 16 कोचों के साथ दिल्ली से अमृतसर पहुंचेगी। इसके बाद 12 जुलाई (शनिवार) को अमृतसर से 16 कोचों वाली वंदे भारत पहली बार रवाना होगी। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि यह स्थायी बदलाव होगा और नियमित संचालन इसी कोच संरचना के साथ किया जाएगा।
कोच बढ़ने से 6 स्टेशनों के यात्रियों को सीधा फायदा
कोच बढ़ने से सिर्फ अमृतसर ही नहीं, बल्कि ब्यास, जालंधर, लुधियाना, अंबाला और दिल्ली जैसे प्रमुख स्टेशनों से सफर करने वाले यात्रियों को भी फायदा मिलेगा। इन रूट्स पर रोज़ाना हजारों यात्री वंदे भारत में सफर करना चाहते हैं, लेकिन सीटें कम होने के कारण अधिकतर वेटिंग में ही रह जाते थे।
अब करीब 1060 यात्री कर सकेंगे एक साथ सफर
जहां पहले सिर्फ 530 यात्री इस ट्रेन में सफर कर पाते थे, वहीं अब इस संख्या को दोगुना कर करीब 1060 यात्रियों तक बढ़ाया गया है। इससे ट्रेन की कमाई भी बढ़ेगी और ज्यादा से ज्यादा लोगों को इस तेज़, आरामदायक और समयबद्ध ट्रेन सेवा का लाभ मिलेगा।
टिकट की वेटिंग लिस्ट होगी कम, त्योहारों पर राहत मिलेगी
रेलवे को अक्सर त्योहारों और छुट्टियों में यात्रियों से शिकायतें मिलती थीं कि वंदे भारत में सीटें नहीं मिलतीं। अब कोच संख्या बढ़ने से बुकिंग में आसानी होगी और वेटिंग लिस्ट में कमी आएगी। यात्रियों को अब ट्रेन छूटने की चिंता नहीं करनी पड़ेगी।
रेलवे का कहना – यात्री सुविधाओं को प्राथमिकता, मांग के अनुसार व्यवस्था
उत्तर रेलवे ने बयान जारी कर कहा कि ट्रेन में कोच बढ़ाना यात्री हित में लिया गया निर्णय है। भविष्य में भी मांग के आधार पर बदलाव किए जाएंगे। वंदे भारत जैसी आधुनिक ट्रेनें यात्रियों को बेहतर अनुभव देने के लिए हैं और कोच बढ़ाने का उद्देश्य यही है कि अधिक लोग इसका लाभ उठा सकें।