मंडी : हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही बारिश के कारण ब्यास नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ गया है। सोमवार सुबह मंडी स्थित पंडोह डैम में ब्यास नदी की ओर से 42,000 क्यूसेक पानी दर्ज किया गया। हालात को देखते हुए बीबीएमबी प्रशासन ने एहतियातन कदम उठाते हुए डैम के पांच गेट खोल दिए और पानी को नदी में छोड़ा गया।
अभी खतरे से नीचे है जलस्तर, लेकिन अलर्ट पर हैं टीमें
डैम का जलस्तर इस समय 2920 फीट रिकॉर्ड किया गया है, जो खतरे के निशान 2941 फीट से अभी नीचे है। बीबीएमबी पंडोह के अधिशाषी अभियंता चंद्रमणि शर्मा ने बताया कि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और घबराने जैसी कोई बात नहीं है। जलस्तर पर लगातार निगरानी रखी जा रही है, और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन की टीमें अलर्ट मोड पर हैं।
बिजली उत्पादन भी चालू, लेकिन नजर सिल्ट पर
इस बीच, बग्गी सुरंग के ज़रिए करीब 2000 क्यूसेक पानी डैहर पावर हाउस भेजा जा रहा है। हालांकि सुरंग में सिल्ट की मात्रा (पीपीएम) बढ़ी हुई पाई गई है। अधिकारीयों के मुताबिक अगर सिल्ट का स्तर और ज्यादा होता है, तो सुरंग को तत्काल बंद कर दिया जाएगा। फिलहाल कोई खतरा नहीं है।
नदी किनारे न जाने की अपील
बीबीएमबी और जिला प्रशासन ने लोगों से सख्त अपील की है कि वे नदी-नालों के पास न जाएं, किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें, और सिर्फ प्रशासन के दिशा-निर्देशों का ही पालन करें। मौसम और जलस्तर पर लगातार नजर रखी जा रही है।
अलर्ट है, खतरा नहीं — लेकिन सतर्क रहें
प्रशासन ने कहा है कि हालात भले ही नियंत्रण में हैं, लेकिन सावधानी ही सबसे बड़ा बचाव है। लोगों से कहा गया है कि वे किसी भी स्थिति में प्रशासन से संपर्क में रहें और नदी के पास जाने से बचें।