चंडीगढ़,: डॉ.सुमिता मिश्रा, आईएएस, चेयरपर्सन, चंडीगढ़ लिटरेरी सोसाइटी (सीएलएस) और फेस्टिवल डायरेक्टर, सीएलएफ लिटराटी 2025 (चंडीगढ़ लिटफेस्ट) ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में 21 से 23 नवंबर तक आयोजित होने वाले आगामी सीएलएफ लिटराटी 2025 (चंडीगढ़ लिटफेस्ट) की घोषणा की। डॉ. मिश्रा ने बताया कि यह लिटरेचर फेस्टिवल सीएलएस द्वारा आयोजित किया जा रहा है और 21 नवंबर को उत्सव की शुरुआत के उपलक्ष में एक सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि लिटफेस्ट के दौरान साहित्यिक चर्चाएं 22-23 नवंबर को लेक क्लब में शांत सुखना लेक की पृष्ठभूमि में होंगी।
डॉ. सुमिता मिश्रा ने कहा कि इस वर्ष साहित्य, विचारों और कल्पना के उत्सव का थीम 'वर्ल्डस विदइन वर्ड्स' है। दो दिनों तक चलने वाले इंटरैक्टिव सेशंस में 27 लेखक, कवि, एड फिल्म निर्माता और कलाकार भाग लेंगे। इस उत्सव में पंद्रह (15) विचारोत्तेजक सत्र, चार (4) पुस्तक विमोचन और एक क्रिएटिव राइटिंग वर्कशॉप होगी।
डॉ. मिश्रा ने आगे कहा कि हमने पूरे भारत और ऑस्ट्रेलिया के लेखकों की एक दिलचस्प सूची तैयार की है, जो समकालीन विमर्श को आकार देने वाले मुद्दों पर जाने-माने वार्ताकारों के साथ चर्चा करते नज़र आएंगे।
इस वर्ष के उत्सव में सबसे प्रतीक्षित नामों में से एक एड फिल्म निर्माता और एड गुरु प्रह्लाद कक्कड़ हैं, जो प्रतिष्ठित विज्ञापन कैम्पेंस के लिए जाने जाते हैं। इस शानदार कार्यक्रम में साहित्य और कला जगत के अन्य जाने-माने नामों के साथ प्रशंसित अभिनेत्री और कवियत्री संध्या मृदुल भी शामिल होंगी।
21 नवंबर की शाम रानी लक्ष्मी बाई भवन, सेक्टर 38 में प्रसिद्ध कलाकार भुवन शर्मा द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक प्रस्तुति 'साज़ औ आवाज़' से लिटरेचर फेस्टिवल का शुभारंभ होगा।
साहित्यिक आदान-प्रदान शनिवार, 22 नवंबर को डॉ. सुमिता मिश्रा के स्वागत भाषण के साथ शुरू होगा, जिसके बाद राष्ट्रीय साहित्य अकादमी के प्रेसीडेंट माधव कौशिक उद्घाटन भाषण देंगे। इसके बाद निम्नलिखित संवादात्मक सत्र आयोजित किए जाएंगे:
'द पावर ऑफ़ अ स्टोरी: एडवरटाइजिंग इनसाइट्स' में प्रह्लाद कक्कड़ लेखिका अराधिका शर्मा के साथ बातचीत करेंगे; 'इंडियन डेमोक्रेसी: इवॉल्विंग पॉलिटी एंड पब्लिक डिस्कोर्स' में पूर्व सांसद शाहिद सिद्दीकी, जो अपने संस्मरण 'आई, विटनेस: इंडिया फ्रॉम नेहरू टू नरेंद्र मोदी' के लिए जाने जाते हैं; राशीद किदवई, जिन्हें '24 अकबर रोड' और 'द हाउस ऑफ सिंधियाज' जैसी किताबों के लिए जाना जाता है, और पुरस्कार विजेता पत्रकार नीरजा चौधरी, वरिष्ठ पत्रकार रमेश विनायक के साथ बातचीत करेंगे; 'बांग्लादेश: द स्टोरी ऑफ एन अनफिनिश्ड रेवोल्यूशन' में, प्रशंसित लेखक दीप हलदर, जिन्हें 'ब्लड आइलैंड, बंगाल' और 'बीइंग हिंदू इन बांग्लादेश' पुस्तकों के लिए जाना जाता है; और लेखक और रिसर्चर रामी देसाई, वरिष्ठ पत्रकार कार्तिकेय शर्मा के साथ आमने-सामने के अंदाज में बातचीत करेंगे।
उत्सव के दूसरे दिन दो पुस्तकों का विमोचन होगा, महक ग्रोवर की 'द साइलेंट ब्रेव' और मंजू जैदका की 'द लीजेंड ऑफ सांझी-गिरी'।
इसके बाद एक सेशन 'शब्द की सुगंध: हिंदी साहित्य का नया दौर' होगा जिसमें माधव कौशिक, कवि और जीवनी लेखक चंद्र त्रिखा और मोटिवेशनल स्पीकर और लेखक चंद्रशेखर वर्मा वरिष्ठ पत्रकार शायदा बानो के साथ बातचीत करेंगे। 'दिल दे कागज़ उत्ते: नवी लहर दे कलमकार' में, सेवानिवृत्त मनमोहन सिंह (आईपीएस) और एक प्रशंसित और पुरस्कार विजेता कवि और लेखक-शायर बब्बू तीर लेखिका रावी पंधेर के साथ बातचीत करेंगे। 'चंडीगढ़: द सिटी दैट इज़, एंड दैट वाज़ नॉट' में आर्किटेक्चर इतिहासकार रजनीश वत्स इतिहासकार और लेखक राजीव लोचन के साथ बातचीत करते हुए दिखाई देंगे; डॉ सुमिता मिश्रा प्रसिद्ध कवि पत्रकार मनराज ग्रेवाल के साथ 'शी राइट्स, शी लीड्स: स्टेटक्राफ्ट एंड स्टैंज़ा' में बातचीत करते हुए दिखाई देंगे; और 'अनटैम्ड साइलेंस: द मेनी लाइव्स ऑफ़ संध्या मृदुल' में, संध्या मृदुल लेखिका और कवि सोनिया चौहान के साथ बातचीत करेंगी।
22 नवंबर की शाम को, सीएलएस 'नृत्य प्रांगण', भवन डांसिंग कोर्टयार्ड के सहयोग से भारतीय विद्या भवन, सेक्टर 27 में डॉ सुचेता भिड़े-चापेकर के शिष्यों द्वारा भरतनाट्यम प्रस्तुति 'स्वरित मुद्राएं' प्रस्तुत करेगा।
तीसरे दिन - रविवार, 23 नवंबर को उत्सव के अंतिम दिन, सोनिका सेठी और देवयानी सिंह द्वारा 'क्रिएटिव राइटिंग वर्कशॉप' के साथ फेस्टिवल की शुरुआत होगी; 'स्प्रिचुअल कोर्ड्स: स्टोरीज ऑफ चेंज एंड चॉयस' में शालिनी मोदी जिन्होंने 'रासा इन डिवाइन रिलेशनशिप्स एंड इम्मॉर्टैलिटी: ए बून ऑर ए कर्स' पुस्तक लिखी है और कृष्णपद दास कृष्ण - अक्षय पात्र फाउंडेशन के एक आध्यात्मिक गुरु, अन्नूरानी शर्मा, एक बाइलैंग्वुअल कवि, लेखक और भक्ति गायक के साथ बातचीत करेंगे। 'रूट्स एंड रेसिपीज़: ए वेलनेस कन्वर्सेशन' में भारत की प्रमुख न्यूट्रीनिशस्ट और पब्लिक हेल्थ एडवोकेट रुजुता दिवेकर शामिल होंगी। वहीं, 'बिहार डायरीज़ एंड ग्राउंड ज़ीरो: रियल हीरोज़, रियल स्टोरीज़' में आईपीएस अधिकारी अमित लोढ़ा शामिल होंगे, जिनकी बेस्टसेलिंग कृति 'बिहार डायरीज़, लाइफ इन द यूनिफ़ॉर्म, एंड पुलिस अफेयर्स' को एक लोकप्रिय ओटीटी सीरीज़ में बनाया गया था और पूर्व राष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी वीना रमन, आईपीएस अधिकारी और लेखक अर्श वर्मा के साथ बातचीत करेंगी।
इन सेशंस के बाद दो पुस्तकों - सोनिया वशिष्ठ ओबेरॉय की 'लाइफ, लव एंड अस' और रावी पंधेर की 'इकोज़ ऑफ़ द सोल' का विमोचन होगा।
पुस्तक विमोचन के बाद, कई और सेशन होंगे, जिनमें 'इंडिया थ्रू मेमोरी एंड ट्रैवल' जिसमें ऑस्ट्रेलियाई लेखक सीन डॉयल कवि सुनैना जैन के साथ बातचीत करेंगे; 'टेलिंग टेल्स, टचिंग लाइव्स' में पुरस्कार विजेता लेखिका शोभा थरूर और एक अन्य पुरस्कार विजेता लेखिका मोना वर्मा सोनिका सेठी के साथ बातचीत करेंगी। राईवर्स पब्लिशिंग ग्रुप के संस्थापक-निदेशक और सूफी कॉलमनिस्ट अफ्फान यस्वी और एक सूफी संगीतकार, जिन्हें 'प्रिंस ऑफ कव्वाली' के नाम से जाना जाता है - ध्रुव सांगारी - कवि, अनुवादक और रिसर्चर डॉ. विशाखा गोयल के साथ बातचीत करेंगे। 'सीधा संवाद' में हिंदी लेखक बलराम और प्रसिद्ध कवि, कहानीकार और नाटककार विजय कपूर के बीच चर्चा होगी। 'फ्रॉम कृष्णा टू चाणक्य: रिटेलिंग भारत विद ए ट्विस्ट' में इंग्लिश फिक्शन लेखक अश्विन सांघी 'सुनीता विलियम्स: एस्ट्रोनॉट एक्स्ट्राऑर्डिनेयर' की लेखिका आराधना शर्मा के साथ बातचीत करेंगे।
महोत्सव का समापन सीएलएफ लिटराटी अवॉर्ड समारोह के साथ होगा जिसमें डॉ. सुमिता मिश्रा और टीम लिटराटी द्वारा अंग्रेजी और हिंदी दोनों की फिक्शन और नॉन-फिक्शन कैटेगरीज में विजेताओं को सीएलएफ लिटराटी अवॉर्ड्स प्रदान किए जाएंगे।