प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मालदीव यात्रा ने न केवल द्विपक्षीय संबंधों को मजबूती प्रदान की है, बल्कि मालदीव में रह रहे भारतीय प्रवासी समुदाय में भी उत्साह का माहौल बनाया है। पीएम मोदी का यह दौरा दोनों देशों के बीच साझेदारी और सहयोग के लिए एक सकारात्मक संकेत माना जा रहा है।
मालदीव में मौजूद भारतीय प्रवासी समुदाय ने इस दौरे को न केवल अपने लिए, बल्कि मालदीव के भविष्य के लिए भी लाभकारी बताया। मालदीव में रह रहे भारतीय मूल के मोहम्मद शाहवाज आलम ने कहा कि मैं बिहार से हूं और एक मेडिकल प्रोफेशनल के रूप में कार्यरत हूं। पीएम मोदी को यहां देखकर बहुत अच्छा लगा। मैंने उनके स्वागत का वीडियो रिकॉर्ड किया और अपने परिवार को भेजा। यह दौरा भारत और मालदीव के रिश्तों को और मजबूत करेगा।
शाहवाज ने बताया कि मालदीव में भारतीय समुदाय के लिए पहले कुछ समस्याएं थीं, लेकिन अब चीजें धीरे-धीरे सुधर रही हैं। भारत और मालदीव के बीच बेहतर रिश्ते भारतीय प्रवासियों के लिए भी लाभकारी होंगे। इसी तरह राजस्थान के मोहम्मद वसीम ने पीएम मोदी की यात्रा पर उत्साह जताते हुए कहा, “मैंने छुट्टी के दिन भी पीएम मोदी को देखने के लिए समय निकाला। उनके दौरे की खबर से हम सभी बहुत उत्साहित थे।”
वसीम ने बताया कि पीएम मोदी का यह दौरा दोनों देशों के बीच सहयोग को बढ़ावा देगा। भारत, मालदीव के लिए कई परियोजनाओं में अग्रणी भूमिका निभा रहा है, जैसे कि बुनियादी ढांचे और पुल निर्माण के प्रोजेक्ट। इससे मालदीव का विकास तो होगा ही, साथ ही यहां रह रहे भारतीयों को भी आर्थिक लाभ मिलेगा।
मालदीव में चार साल से रह रहे मुनीश शर्मा ने कहा, “पीएम मोदी का आगमन मालदीव के स्वतंत्रता दिवस पर होना एक बड़ा संकेत है। भारत की ‘पड़ोसी पहले’ नीति और भाईचारे की भावना मालदीव जैसे छोटे देशों के लिए बहुत मायने रखती है।”
मालदीव में रह रहे सुरेश ने कहा, “मैं एक भारतीय होने पर गर्व महसूस करता हूं। पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत ने विश्व स्तर पर अपनी एक अलग पहचान बनाई है। इस दौरे से दोनों देशों के बीच रिश्ते और मजबूत होंगे।”
पीएम मोदी शुक्रवार को दो दिवसीय दौरे पर मालदीव पहुंचे हैं। जहां माले के वेलाना अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने खुद अपनी पूरी कैबिनेट के साथ उनका शानदार अंदाज में स्वागत किया। दरअसल, इस यात्रा का विशेष महत्व है, क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी 26 जुलाई को मालदीव के 60वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में मुख्य अतिथि होंगे। ज्ञात हो, इस वर्ष भारत और मालदीव के बीच राजनयिक संबंधों की 60वीं वर्षगांठ भी मनाई जा रही है।
वहीं, प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा भारत की ‘पड़ोसी प्रथम’ नीति और ‘विजन महासागर’ के तहत समुद्री पड़ोसियों के साथ संबंधों को मजबूत करने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। पीएम मोदी ने विश्वास जताया कि इस यात्रा से ठोस परिणाम प्राप्त होंगे, जिससे देश के लोगों को लाभ होगा तथा हमारी पड़ोसी प्रथम नीति को बढ़ावा मिलेगा।