दिल्ली के रामलीला मैदान में आयोजित कांग्रेस की ‘वोट चोर, गद्दी छोड़’ रैली में कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने भारतीय जनता पार्टी पर सीधा और तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि भाजपा खुद जानती है कि वह जनता का विश्वास खो चुकी है। इसका सबूत संसद के गलियारों में साफ दिखाई देता है, जहां भाजपा नेता विपक्षी सांसदों से नजरें चुराते हैं और बहस से बचते नजर आते हैं।
संसद में बहस से भाग रही है सरकार
प्रियंका गांधी ने कहा कि संसद के पूरे सत्र में मुश्किल से एक-दो मुद्दों पर ही बहस हो पाती है। जब राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने ईवीएम के जरिए वोट चोरी और एसआईआर जैसे गंभीर मुद्दों पर चर्चा की मांग की, तो सरकार डर गई और सहमत नहीं हुई। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार जनता की असली समस्याओं बेरोजगारी, महंगाई और पेपर लीक जैसे मुद्दों पर चर्चा करने से बचती है। अंत में सरकार केवल वंदे मातरम और राष्ट्रगान जैसे विषयों पर चर्चा के लिए राजी हुई, जबकि आम जनता की परेशानियों पर बात करने की हिम्मत नहीं दिखाई।
निष्पक्ष चुनाव की चुनौती
प्रियंका गांधी ने भाजपा को खुली चुनौती देते हुए कहा कि अगर वे निष्पक्ष चुनाव लड़ने का साहस करें और बैलेट पेपर से चुनाव कराएं, तो वे खुद जान जाएंगे कि उनकी जीत संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि बिहार चुनाव हारने पर निराश होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि पूरा देश देख रहा है कि किस तरह धांधली करके जीत हासिल की जा रही है।
भाजपा का आत्मविश्वास टूटा
प्रियंका ने दावा किया कि संसद में भाजपा का आत्मविश्वास साफ तौर पर कमजोर पड़ा है। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता अब कांग्रेस की आंखों में आंखें डालकर बात नहीं कर पाते, क्योंकि जनता का भरोसा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा सरकार से उठ चुका है।
राहुल गांधी का RSS पर हमला
रैली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के एक बयान का जिक्र करते हुए हमला बोला। राहुल गांधी ने कहा कि मोहन भागवत का मानना है कि दुनिया सच नहीं, ताकत को देखती है। उन्होंने आरोप लगाया कि यही सोच आरएसएस की विचारधारा है, जबकि भारत और हर धर्म की असली विचारधारा सच को सबसे ऊपर मानती है। राहुल गांधी ने मंच से दावा किया कि सच के साथ खड़े होकर कांग्रेस एक दिन नरेंद्र मोदी, अमित शाह और आरएसएस की सरकार को देश से हटाकर रहेगी।