दिल्ली के रामलीला मैदान में कांग्रेस की 'वोट चोरी' और वोटर लिस्ट के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के खिलाफ आयोजित मेगा रैली में कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा लगाए गए विवादास्पद नारों को लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने मुख्य विपक्षी दल पर बड़ा आरोप लगाया है। बीजेपी का आरोप है कि कांग्रेस का असली मकसद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को "खत्म करना" है। IANS समाचार एजेंसी द्वारा साझा किए गए विज़ुअल्स में कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ नारे लगाते हुए और इस बात पर जोर देते हुए देखा गया कि उनका शासन समाप्त हो जाएगा।
'एजेंडा साफ है, वे पीएम मोदी को खत्म करना चाहते हैं' - पूनावाला
बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने एक्स (X) पर एक पोस्ट में कहा, "तो एजेंडा साफ है। यह SIR (वोटर लिस्ट पुनरीक्षण) के बारे में नहीं है। यह संविधान पर वार... के बारे में है। SIR के नाम पर – क्या वे पीएम मोदी को खत्म करना चाहते हैं? हाल ही में, राहुल गांधी ने ईसीआई (चुनाव आयोग) को भी धमकाया था। अब तक, कांग्रेस पीएम मोदी को 150 से अधिक बार गाली दे चुकी है।"
संविधान से सड़क तक लड़ाई का अगला चरण
कांग्रेस यह रैली कथित 'वोट धोखाधड़ी' और वोटर लिस्ट के विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision - SIR) के खिलाफ अपना अभियान तेज करने के लिए कर रही है। इस मेगा रैली में शामिल होने के लिए देश भर से पार्टी कार्यकर्ता और नेता दिल्ली पहुंचे हैं।
बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा का बयान
बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने मीडिया से कहा कि जनता अपने "प्रिय नेता" का यह अनादर "बर्दाश्त नहीं करेगी"। पात्रा ने कहा, "मैंने व्यक्तिगत रूप से यह नारा नहीं सुना है, लेकिन मैं इसे ध्यान से देखूंगा। अगर ऐसे नारे वास्तव में लगाए गए थे, तो यह दर्शाता है कि कांग्रेस अभी भी जनभावना को समझने में विफल है। जब भी उन्होंने पीएम मोदी या उनके परिवार के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया है, जनता ने उन्हें खारिज कर दिया है।"
कांग्रेस नेताओं की प्रतिक्रिया अभी बाकी है।
पात्रा ने यह भी कहा कि यह आश्चर्यजनक है कि संसद में कथित वोट धोखाधड़ी पर चर्चा होने के बाद भी कांग्रेस रैली कर रही है। उन्होंने कहा, "सदन में सभी ने अपने विचार व्यक्त किए, और केंद्रीय गृह मंत्री ने भी उनका जवाब दिया। उन्होंने पूरी कहानी गढ़ी, और गृह मंत्री ने बिंदुवार जवाब दिए।" पात्रा ने आगे कहा, "जब उन्होंने (कांग्रेस ने) तेलंगाना, हिमाचल और कर्नाटक में जीत हासिल की, तो कोई वोट चोरी नहीं हुई, लेकिन जहां बीजेपी जीती, वहां वोट चोरी हुई। जब गृह मंत्री ने घुसपैठियों (infiltrators) का जिक्र किया, तो वे वॉकआउट कर गए; यह स्पष्ट रूप से दिखाता है कि SIR के खिलाफ यह रैली कांग्रेस पार्टी द्वारा घुसपैठियों की रक्षा करने का एक प्रयास है।"