प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को पोर्ट ऑफ स्पेन के रेड हाउस में त्रिनिदाद एवं टोबैगो गणराज्य की प्रधानमंत्री कमला प्रसाद बिसेसर से मुलाकात की। उन्होंने हाल ही में हुए चुनावों में जीत के बाद दूसरी बार प्रधानमंत्री पद संभालने पर प्रधानमंत्री कमला प्रसाद बिसेसर को बधाई दी। दोनों नेताओं ने कृषि, स्वास्थ्य सेवा और फार्मास्यूटिकल्स, डिजिटल परिवर्तन, यूपीआई, क्षमता निर्माण, संस्कृति, खेल और लोगों के बीच आपसी संबंधों सहित संभावित सहयोग के व्यापक क्षेत्रों पर चर्चा की।
पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री बिसेसर को भारत आने का निमंत्रण दिया
पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री कमला प्रसाद बिसेसर को भारत आने का निमंत्रण दिया, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया। पीएम मोदी की त्रिनिदाद और टोबैगो की ऐतिहासिक यात्रा ने दोनों देशों के बीच विशेष संबंधों को बढ़ावा दिया है। दरअसल, भारत-त्रिनिदाद और टोबैगो साझेदारी का एक महत्वपूर्ण स्तंभ दोनों देशों के बीच विकास सहयोग है। प्रधानमंत्री बिसेसर ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की त्रिनिदाद और टोबैगो की ऐतिहासिक यात्रा दोनों देशों के बीच गहरे द्विपक्षीय संबंधों को फिर से मजबूत करेगी।
दोनों नेताओं ने आपसी हितों के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी विचार-विमर्श किया
इसके अलावा, दोनों नेताओं ने आपसी हितों के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी विचार-विमर्श किया। उन्होंने जलवायु परिवर्तन, आपदा प्रबंधन और साइबर सुरक्षा जैसी समकालीन चुनौतियों से निपटने के लिए अधिक सहयोग का आह्वान किया।
दोनों देश आतंकवाद से लड़ने के लिए एकजुट
बातचीत के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी ने पहलगाम आतंकवादी हमले के मद्देनजर भारत के लोगों के प्रति टीएंडटी के मजबूत समर्थन और एकजुटता की सराहना की। दोनों नेताओं ने आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों से लड़ने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की। वे वैश्विक दक्षिण के देशों के बीच अधिक एकजुटता के लिए मिलकर काम करने और भारत-कैरिकॉम साझेदारी को मजबूत करने पर सहमत हुए।
6 समझौता ज्ञापनों का आदान-प्रदान
गौरतलब हो, वार्ता के बाद फार्माकोपिया, त्वरित प्रभाव परियोजनाएं, संस्कृति, खेल, राजनयिक प्रशिक्षण तथा हिंदी एवं भारतीय अध्ययन के लिए आईसीसीआर अध्यक्षों के क्षेत्रों में 6 समझौता ज्ञापनों का आदान-प्रदान किया गया। द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने के लिए कई घोषणाएं की गईं, जिनमें टीएंडटी में भारतीय मूल के लोगों की छठी पीढ़ी को ओसीआई कार्ड देने की पेशकश भी शामिल है।