मध्यप्रदेश में मानसून फिर से सक्रिय हो गया है। सावन के महीने में अच्छी बारिश हुई थी, लेकिन भादौ की शुरुआत में कुछ दिन सूखा रहा। अब सितंबर के पहले हफ्ते में बादल दोबारा मेहरबान हो गए हैं। पिछले 24 घंटे में राज्य के 26 से ज्यादा जिलों में तेज बारिश हुई है।
रतलाम में डैम के गेट खुले, डूब गांव
रतलाम के घोलावाड़ डैम में पानी भरने के बाद तीन गेट खोलने पड़े। इससे पलसोड़ा गांव में पानी भर गया और लोग घरों की छतों पर चढ़ गए। वहीं, रतलाम जिले के सीखेड़ी गांव में हालात गंभीर हैं। यहां गंगायता नदी उफान पर है और गांव टापू जैसा बन गया है। लगभग 3000 लोग प्रभावित हुए हैं।
भोपाल में भी लगातार बरसात
राजधानी भोपाल में दिनभर रुक-रुककर बारिश होती रही। अब तक भोपाल में 32.57 इंच बारिश हो चुकी है, जबकि यहां का सीजनल कोटा 43 इंच है। यानी राजधानी को अभी करीब 10 इंच बारिश की जरूरत है। मौसम विभाग का कहना है कि सितंबर महीने में अच्छी बारिश होने की संभावना है।
अगले 72 घंटे का अलर्ट
मौसम विभाग ने पूरे प्रदेश के लिए अगले तीन दिन का अलर्ट जारी किया है।
आज (2 सितंबर) – 14 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट (अलीराजपुर, झाबुआ, रतलाम, मंदसौर, नीमच, उज्जैन समेत कई जिले)।
3 सितंबर – बड़वानी, खरगोन और बुरहानपुर में अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट। यहां 8 इंच तक पानी गिर सकता है।
4 सितंबर – देवास, खंडवा, खरगोन और बड़वानी में अति भारी बारिश का अलर्ट। कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।
बांध और नदियां उफान पर
ग्वालियर: वीरपुर बांध 27 साल बाद भरकर छलक गया। बांध का पानी पास के गांवों में घुस गया है।
दमोह: भारी बारिश में दीवार गिरने से पति-पत्नी मलबे में दब गए। पति की मौके पर मौत हो गई, पत्नी की हालत गंभीर है।
जावरा: सुबह से लगातार बारिश के चलते सड़कों पर पानी भर गया। उपलाई के पास एक कार पलट गई, लेकिन ग्रामीणों ने तीन लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
सितंबर में और बरसेगा पानी
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि हिंद महासागर और प्रशांत महासागर की स्थितियां मानसून को सक्रिय बनाए रखेंगी। पूरे सितंबर में 2–3 बार तेज बारिश के दौर आने की संभावना है। इसी से प्रदेश का सीजनल कोटा भी पूरा हो जाएगा।