बिहार के सभी जिलों में एक मेडिकल कॉलेज (Medical College) स्थापित करने का सपना जल्द साकार होने वाला है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के इस विजन को पूरा करते हुए सरकार ने निर्णायक कदम बढ़ा दिया है। यानी बिहार के हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज का यह विजन अमली जामा पहन चुका है। दरअसल, आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में आज मंगलवार को हुई कैबिनेट बैठक में 7 और जिलों में मेडिकल कॉलेज को मंजूरी मिल गई है।
हर जिले में मेडिकल कॉलेज का सपना साकार
बैठक में किशनगंज, कटिहार, रोहतास, शिवहर, लखीसराय, अरवल और शेखपुरा में नए सरकारी मेडिकल कॉलेज बनाने को मंजूरी दे दी गई है। इसी के साथ बिहार के सभी 38 जिलों में मेडिकल कॉलेज का विजन धरातल पर उतार दिया गया है। बताते चलें कि इससे पहले बिहार के 31 जिलों में मेडिकल कॉलेज स्थापित करने को मंजूरी दी जा चुकी है। अब सात और जिलों में मेडिकल कॉलेज के स्थापना को मंजूरी मिलने के बाद बिहार के सभी 38 जिले पूरे हो चुके हैं।
बाहर जाने की मजबूरी होगी खत्म!
इस फैसले से न सिर्फ स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार होगा, बल्कि युवाओं को मेडिकल की पढ़ाई के लिए राज्य से बाहर जाने की मजबूरी भी खत्म होगी। इसके अलावा बिहार के डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ को भी अपने जिले या आस-पास के जिलों में रह कर काम करने में आसानी होगी। याद दिला दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्वतंत्रता दिवस पर ही इन जिलों में मेडिकल कॉलेज खोलने की घोषणा की थी। जिसे अब कैबिनेट की स्वीकृति मिल गई है।
युवाओं के लिए दोहरी खुशी
सरकार के इस कदम से जहां प्रदेशवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी, वहीं मेडिकल की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए यह सुनहरा अवसर है। अब उन्हें डॉक्टरी की पढ़ाई के लिए राज्य से बाहर नहीं जाना पड़ेगा। साथ ही, नए कॉलेजों के निर्माण से शिक्षण और स्वास्थ्य क्षेत्र में हजारों युवाओं को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे।