अयोध्या: स्मार्ट नगरी बन रही अयोध्या मानसून की पहली बरसात भी नहीं झेल सकी। रात को हुई झमाझम बारिश से अयोध्या पूरी तरह से जलमग्न हो चुकी है। पहली बारिश ने ही अयोध्या के विकास की पोल खोली दी है। कई जगह बारिश से सडक़ें धंस गई हैं। वहीं रामनगरी अयोध्या में बुधवार की सुबह करीब तीन घंटे तक हुई मूसलाधार बारिश के चलते एक बार फिर रामपथ धंस गया। रामपथ पर 10 से अधिक गड्ढे पर गए हैं और कॉलोनियों में पानी भर गया है।अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन से लेकर राम मंदिर से 200 मीटर दूरी पर स्थित जलवानपुरा कॉलोनी पूरी तरह से जलमग्न की स्थिति में है। जलवानपुरा के लोग कमर भर पानी में चलने को मजबूर हैं। अयोध्या नगर निगम का हनुमान कुंड वार्ड भी बेहद खास माना जाता है।
ये क्षेत्र राम मंदिर से जुड़ा होने के साथ ही मॉडल रेलवे स्टेशन भी है ,जहां पर श्रद्धालुओं की सबसे अधिक भीड़ होती है। तो वहीं इस क्षेत्र से में बड़ी संख्या में धर्मशालाएं भी हैं जहां आए दिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु आकर रुकते हैं, लेकिन मंगलवार रात हुई बरसात में राम मंदिर के मुख्य द्वार और रेलवे स्टेशन के बीच स्थित जलवानपुरा कॉलोनी जलमग्न हो गया। इस कॉलोनी के कई घरों में पानी भरा हुआ है और लोग किसी तरह छतों पर रहने को मजबूर हैं। इस क्षेत्र में जल भराव की समस्या 10 वर्षों से अधिक है।
लोग बोले, ये कैसा विकास
स्थानीय लोगों का आरोप है कि यहां के जनप्रतिनिधि हो या अधिकारी कोई देखने तक नहीं पहुंचा, तो वहीं आने वाले श्रद्धालु भी अयोध्या के विकास में इस क्षेत्र को देखने के बाद विकास के कार्यों पर आपत्ति जता रहे हैं। उनका कहना है कि यह कैसा विकास जब यहां के लोग ही पानी में रह रहे हैं यानी कि यह कहा जाए कि रामनगरी भारी बारिश में दलदल से जूझ रही है। हजारों करोड़ों की योजनाएं तो चल रही है, लेकिन सीजन की पहली बारिश ने पोल खोल कर रख दी।