बीजिंग: बांग्लादेश में चीनी दूतावास ने अपने नागरिकों को विदेशी महिलाओं से विवाह नहीं करने की चेतावनी दी है। चीन ने बांग्लादेश में रहने वाले चीनी नागरिकों को ऑनलाइन डेटिंग और झूठे शादी के प्रस्तावों से बचने की सलाह दी है। जारी एडवाइजरी में चीनी दूतावास ने अपने नागरिकों से कहा है कि वे ‘विदेशी पत्नी खरीदने’ की गलत सोच को पूरी तरह छोड़ दें। चीनी नागरिकों को शॉर्ट वीडियो देखकर अवैध मैचमेकिंग एजेंसियों से बचने और शॉर्ट वीडियो प्लेटफॉर्म पर सीमा पार डेटिंग सामग्री से सावधान रहने की सलाह दी है। बांग्लादेश के अलावा, वियतनाम और लाओस जैसे देश भी लंबे समय से विदेशी दुल्हनों के स्रोत रहे हैं। कुछ एजेंसियों को संभावित ग्राहकों को धोखा देने के लिए जाना जाता है, दुल्हन दिए बिना उनके पैसे हड़प लेते हैं। जीवनसाथी नहीं मिल पाने के कारण चीन में करीब तीन करोड़ पुरुषों को अकसर लेफ्टओवर मैन (ये ऐसे पुरुष हैं, जिनकी शादी नहीं हो पाई है) कहा जाता है।
इसी कारण यहां विदेशी पत्नियों की मांग बढ़ी है। रिपोर्टों के अनुसार, इसी का फायदा उठाकर बांग्लादेश जैसे देशों से महिलाओं की तस्करी हुई है, जिन्हें शादी, आकर्षक नौकरी या शिक्षा के अवसरों जैसे झूठे बहाने से बहकाया जाता है और फिर उन्हें चीनी नागरिकों के साथ विवाह करने के लिए मजबूर किया जाता है। दरअसल, चीन में पुरुषों और महिलाओं का अनुपात में बहुत ज्यादा अंतर है। 2020 की जनगणना के मुताबिक वहां 105 पुरुषों पर 100 महिलाएं हैं। 10-14 आयु वर्ग में यह अनुपात 118 पुरुष प्रति 100 महिला है। इस असमानता की वजह से चीन में कई पुरुषों की शादी नहीं हो पा रही है। कई लोग इस वजह से तस्करों के चक्कर में पडक़र अपना पैसा गंवा रहे हैं।
मानव तस्करी पर सख्त रवैया
दूतावास ने कहा कि बांग्लादेश सरकार मानव तस्करी के मामलों में बेहद सख्त रवैया अपनाती है। यदि कोई व्यक्ति फर्जी शादी के जरिए मानव तस्करी में शामिल पाया जाता है तो उस पर कड़ी कार्रवाई हो सकती है। दूतावास ने यह भी कहा कि बांग्लादेश में न्यायिक प्रक्रिया अक्सर लंबी होती है। किसी भी व्यक्ति की गिरफ्तारी से लेकर सजा सुनाए जाने तक महीनों या वर्षों का समय लग सकता है।