नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने राज्यसभा में 'वंदे मातरम्' पर हो रही चर्चा में हिस्सा लेते हुए गृह मंत्री अमित शाह के बयानों पर तीखा पलटवार किया। उन्होंने सदन में अपनी स्पीच शुरू करने से पहले खरगे ने खुद ज़ोरदार तरीक़े से 'वंदे मातरम्' के नारे लगाए।
'हम 60 सालों से गा रहे हैं, आपने अब शुरुआत की'
खरगे ने गृह मंत्री को समय दिए जाने के बाद खुद को बोलने का मौका मिलने पर सभापति को धन्यवाद दिया। उन्होंने सीधे तौर पर बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा- "मैं सौभाग्यशाली हूं। मैं 60 सालों से यही गीत गा रहा हूं। 'वंदे मातरम्' नहीं गाने वालों ने अभी (अब) शुरुआत की है।" खड़गे ने बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय को कांग्रेस की तरफ से नमन किया और आज़ादी के आंदोलन में बलिदान देने वाले सभी सेनानियों को भी श्रद्धांजलि दी।
कांग्रेस ने इसे नारा बनाया, आप खिलाफ थे
विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने कांग्रेस पार्टी के इतिहास का ज़िक्र करते हुए कहा कि स्वतंत्रता संग्राम के दौरान 'वंदे मातरम्' को नारा बनाने का काम कांग्रेस ने किया था। उन्होंने याद दिलाया कि पहली बार रवींद्रनाथ टैगोर ने यह गीत 1896 में कांग्रेस के कलकत्ता अधिवेशन में गाया था। उन्होंने सत्ता पक्ष पर हमला बोलते हुए कहा, "आपका इतिहास रहा है कि आप हमेशा स्वतंत्रता संग्राम और देशभक्ति गीतों के खिलाफ रहे। पहले आप देशभक्ति के नाम से डरते थे।" इस तरह खरगे ने 'वंदे मातरम्' के मुद्दे पर देशभक्ति को लेकर हो रही राजनीतिक बहस को एक नया मोड़ दिया।