गणतंत्र दिवस 2026 के अवसर पर घोषित होने वाले पद्म पुरस्कारों के लिए नामांकन और अनुमोदन जमा करने की अंतिम तारीख को 31 जुलाई से बढ़ाकर 15 अगस्त 2025 कर दिया गया है। गृह मंत्रालय ने इसकी घोषणा करते हुए बताया कि सभी नामांकन केवल राष्ट्रीय पुरस्कार पोर्टल (https://awards.gov.in) पर ऑनलाइन स्वीकार किए जाएंगे। नामांकन प्रक्रिया 15 मार्च 2025 से शुरू हो चुकी थी और पहले 31 जुलाई को समाप्त होने वाली थी।
पद्म पुरस्कार: देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान
पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री जैसे पद्म पुरस्कार देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में शामिल हैं। 1954 में स्थापित ये पुरस्कार हर साल गणतंत्र दिवस के अवसर पर प्रदान किए जाते हैं। ये सम्मान कला, साहित्य, शिक्षा, खेल, चिकित्सा, समाज सेवा, विज्ञान, इंजीनियरी, लोक कार्य, सिविल सेवा, व्यापार और उद्योग जैसे विविध क्षेत्रों में उत्कृष्ट और असाधारण उपलब्धियों के लिए दिए जाते हैं।
सभी के लिए खुला अवसर
पद्म पुरस्कारों के लिए जाति, व्यवसाय, पद या लिंग का कोई भेदभाव नहीं है, और सभी व्यक्ति इसके लिए पात्र हैं। हालांकि, चिकित्सकों और वैज्ञानिकों को छोड़कर अन्य सरकारी सेवक, जिनमें सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के कर्मचारी शामिल हैं, इन पुरस्कारों के लिए पात्र नहीं हैं। गृह मंत्रालय ने नागरिकों से अपील की है कि वे स्वयं या अन्य योग्य व्यक्तियों को नामांकित करें, खासकर महिलाओं, कमजोर वर्गों, अनुसूचित जातियों, जनजातियों, दिव्यांग व्यक्तियों और निस्वार्थ समाज सेवा करने वालों को।
नामांकन के लिए जरूरी दिशा-निर्देश
नामांकन में सभी प्रासंगिक विवरण शामिल होने चाहिए, जिसमें अधिकतम 800 शब्दों का एक उद्धरण (साइटेशन) अनिवार्य है। इस उद्धरण में अनुशंसित व्यक्ति की विशिष्ट और असाधारण उपलब्धियों या सेवा का स्पष्ट उल्लेख होना चाहिए। विस्तृत जानकारी और नियम गृह मंत्रालय की वेबसाइट (https://mha.gov.in) पर ‘पुरस्कार और पदक’ अनुभाग में और पद्म पुरस्कार पोर्टल (https://padmaawards.gov.in) पर उपलब्ध हैं।“
पीपल्स पद्म” की ओर कदम
गृह मंत्रालय ने कहा कि सरकार पद्म पुरस्कारों को “पीपल्स पद्म” बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके लिए सभी नागरिकों से उन प्रतिभाशाली व्यक्तियों को नामांकित करने का आग्रह किया गया है, जिनकी उत्कृष्टता और उपलब्धियां समाज में प्रेरणा का स्रोत बन सकती हैं।