पठानकोट: उत्तर भारत के कई राज्यों में भारी बारिश से तबाही मची है। कई राज्य बाढ़ की चपेट में हैं। पंजाब और हरियाणा का भी बारिश-बाढ़ से बुरा हाल है। गुरुवार को बाढ़ प्रभावित पंजाब और हरियाणा के कई हिस्सों में एक बार फिर से बारिश हुई, जिससे हालात और बिगड़ गए। पंजाब में बारिश के कारण बाढ़ की स्थिति और गंभीर हो गई है, जिससे मरने वालों की संख्या बढक़र 43 पहुंच गई है।
पंजाब में 1988 के बाद से यह सबसे भीषण बाढ़ है, जिसके कारण 23 जिलों में 1.75 लाख हेक्टेयर भूमि पर फसलें नष्ट हो गई है। पंजाब के सभी 23 जिलों में बाढ़ आ गई है। 1,655 गांवों में 3.80 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हैं। वहीं आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल गुरुवार ने पंजाब के सुल्तानपुर लोधी के इलाकों का दौरा किया। उधर, हरियाणा के भी कई इलाके बाढ़ में डूबे हैं। राज्य में अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है।
भारत-पाक बॉर्डर पर 110 किलोमीटर लंबी फेंसिंग टूटी
जम्मू और पंजाब में बाढ़ के कारण भारत-पाकिस्तान इंटरनेशनल बॉर्डर की 110 किलोमीटर से ज्यादा लंबी फेंसिंग को नुकसान हुआ है। साथ ही करीब 90 बीएसएफ चौकियां पानी में डूब गई हैं। पंजाब में लगभग 80 किलोमीटर लंबी और जम्मू में लगभग 30 किलोमीटर लंबी बॉर्डर फेंसिंग बाढ़ से क्षतिग्रस्त हो गई है। इन जगहों पर फेंसिंग या तो डूब गई है, उखड़ गई है या झुक गई है।