प्रधानमंत्री मोदी ने पंजाब दौरे के दौरान बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए राज्य के लिए 1600 करोड़ रुपये के राहत पैकेज की घोषणा की है। इसे लेकर पंजाब की राजनीति पूरी तरह गरमा गई है और राज्य सरकार का कहना है कि केंद्र सरकार ने पंजाब के साथ यह मजाक किया है। इस बीच सी.एम. मान से मिलने अस्पताल पहुंचे राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया का एक बड़ा बयान सामने आया है। सी.एम. मान से मुलाकात के बाद मीडिया से बात करते हुए राज्यपाल ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री मान को बताया कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा पंजाब को दिए गए 1600 करोड़ रुपये तो बस एक टोकन हैं।
उन्होंने कहा कि मुलांकन के बाद पंजाब को जो भी मदद दी जा सकेगी, केंद्र सरकार करेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने कल पंजाब में आई बाढ़ आपदा के कारण जो हालात देखे, वे उन्हें हिमाचल से भी ज्यादा गंभीर लगे। राज्यपाल ने कहा कि 3 दिन पहले केंद्रीय टीम भी पंजाब आई थी और सभी हालात देखकर गई थी। केंद्र सरकार इन सभी रिपोर्टों के आधार पर पंजाब की पूरी मदद करेगी।
राज्यपाल ने बताया कि केंद्र सरकार का मदद करने का एक फॉर्मूला है। राहत राशि अपने आप राज्यों के खातों में चली जाती है, लेकिन जब ऐसी विशेष परिस्थितियां आती हैं, तो केंद्र की विभिन्न एजेंसियां इसका मूल्यांकन करने आती हैं। इसके बाद पूरी रिपोर्ट के आधार पर राज्यों को मदद दी जाती है। उन्होंने कहा कि पंजाब में यह मूल्यांकन पानी उतरने के बाद ही संभव होगा। राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि वह पंजाब की मदद में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से 100 प्रतिशत और मदद आएगी।