चंडीगढ़ पुलिस की ऑपरेशन सेल ने एक अंतरराज्यीय कुख्यात वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश कर बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने इस गिरोह के सरगना मनोज ठाकुर उर्फ मुन्ना समेत तीन वाहन चोर और एक चोरी का सामान खरीदने वाले कबाड़ी को गिरफ्तार किया है। इस गिरोह की गिरफ्तारी से 11 चोरी के मामलों का खुलासा हुआ है और कुल 11 वाहन बरामद किए गए हैं।
? मुख्य आरोपी:
मनोज ठाकुर उर्फ मुन्ना – मुरादाबाद निवासी, 40 वर्ष का घोषित अपराधी, जिसके खिलाफ अब तक 33 से अधिक मामले दर्ज हैं।
असलम पुत्र मोहम्मद अली – लुधियाना निवासी, 57 वर्षीय वाहन चोर, जिस पर पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में 12 से अधिक केस दर्ज हैं।
नवनीत प्रताप सिंह – कानपुर निवासी, 33 वर्ष, पहले भी आबकारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज।
जयप्रकाश उर्फ बेतिया – लुधियाना निवासी, स्क्रैप डीलर, चोरी का सामान खरीदता था।
यह कार्रवाई एसपी ऑपरेशंस गीतांजलि खंडेलवाल (आईपीएस) के निर्देशन, डीएसपी विकास श्योकंद और इंस्पेक्टर रंजीत सिंह (इंचार्ज ऑपरेशन सेल) के नेतृत्व में की गई।
पुलिस ने कब्जे से 3 होंडा सिटी कार, 3 होंडा एक्टिवा स्कूटर, 4 हीरो स्प्लेंडर बाइक, 1 रॉयल एनफील्ड बुलेट, 08 बैटरियां ववाहनों के चोरी हुए दस्तावेज बरामद किए है।
मुख्य घटनाक्रम:
26 जून को सेक्टर-26 में एक नाके पर स्प्लेंडर बाइक के साथ असलम को पकड़ा गया। पूछताछ में उसने चोरी का खुलासा किया।
उसकी निशानदेही पर मनीमाजरा में मुन्ना और नवनीत को बुलेट बाइक के साथ गिरफ्तार किया गया।
लुधियाना में रेड कर जयप्रकाश को चोरी का सामान खरीदते हुए पकड़ा गया।
? 11 मामलों का खुलासा (ई-एफआईआर नंबर अनुसार) 11 वाहनों का भी खुलासा
गिरोह का तरीका:
यह गिरोह वाहन चुराकर उन्हें कुछ समय तक शहर की पार्किंग में खड़ा करता था। बाद में बैटरियां निकालकर लुधियाना में बेच दी जाती थीं।
अदालत में पेशी और पुलिस रिमांड:
चारों आरोपियों को अदालत में पेश कर दो दिन की पुलिस रिमांड ली गई है, ताकि अन्य चोरी हुए वाहनों की बरामदगी की जा सके। चंडीगढ़ पुलिस की यह कार्रवाई न सिर्फ वाहन चोरों के खिलाफ बड़ा झटका है, बल्कि क्षेत्र में ऑटो लिफ्टिंग की बढ़ती घटनाओं पर लगाम लगाने की दिशा में अहम कदम भी है।