जालंधर : जालंधर डेयरी एसोसिएशन ने देसी घी के दामों में 20 रुपए प्रति किलो के हिसाब से बढ़ौतरी कर दी है। एसोसिएशन के अध्यक्ष जगदेव लाल शर्मा की अध्यक्षता में हुई बैठक में उक्त फैसला लिया गया। बैठक में सदस्यों का कहना था कि पिछले समय में आई बाढ़ के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में अनेकों पशुओं की मौतें हो गई थी जिस कारण दूध की सप्लाई कम हो गई है जिसे देखते हुए एसोसिएशन ने देसी घी के दाम 580 रुपए प्रति किलो से बढ़ाकर 600 रुपए कर दिए हैं।
उन्होंने बताया कि मिल्क प्लांटों द्वारा तो पहले ही देसी घी डेयरियों की तुलना में महंगा बेचा जा रहा है। एसोसिएशन द्वारा स्वयं देसी घी तैयार किया जाता है और उसमें किसी तरह की मिलावट नहीं होती है। उन्होंने सरकार को सुझाव दिया कि प्रापर्टी टैक्स से डेयरियों को छूट दी जानी चाहिए। अभी तो नगर निगम के इंस्पैक्टर मनमर्जी से प्रापर्टी टैक्स के रेट लगा लेते हैं। केवल शहरों में ही डेयरियों को हर तरह के टैक्सों का भुगतान करना पड़ता है। ग्रामीण क्षेत्रों में किसी भी तरह का कोई टैक्स नहीं लगाया गया है।
एसोसिएशन का शुरू से ही दृढ़ संकल्प रहा है कि वह मिलावट के खिलाफ अभियान को चलाए रखेगी। अगर कोई भी मिलावट करता है तो उसकी जानकारी तुरन्त एसोसिएशन के पदाधिकारियों को दी जाए। उन्होंने कहा कि एसोसिएशन ने कई अन्य ज्वंलत मसलों पर भी चर्चा की है।