लोकसभा में गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जब भी विपक्ष को अदालत का फैसला पसंद नहीं आता, वे जज के खिलाफ इम्पीचमेंट की बात करने लगते हैं। शाह ने कहा कि आजादी के बाद ऐसा कभी नहीं हुआ कि किसी जज द्वारा दिए गए फैसले पर विपक्ष इम्पीचमेंट लेकर आए।
चुनाव आयोग पर आरोपों को लेकर हमला
अमित शाह ने कहा कि विपक्ष लगातार चुनाव आयोग की छवि खराब कर रहा है। उन्होंने कहा- हम भी कई बार चुनाव हारे हैं, लेकिन कभी चुनाव आयोग पर सवाल नहीं उठाए। चुनाव आयोग एक संवैधानिक संस्था है, राजनीतिक दल उसकी मान्यता तय नहीं करते। आप दुनिया में भारत के लोकतंत्र की छवि खराब कर रहे हैं। शाह ने बताया कि 2014 के बाद भाजपा ने 44 चुनाव जीते हैं, और विपक्ष ने भी कई चुनाव इसी चुनाव आयोग के तहत जीते, लेकिन तब किसी ने सवाल नहीं किया।
कांग्रेस पर वोट चोरी के तीन आरोप
अमित शाह ने कांग्रेस पर "तीन वोट चोरी" के आरोप दोहराए:
1. पहली वोट चोरी: कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्षों ने सरदार पटेल को ज्यादा वोट दिए थे, लेकिन प्रधानमंत्री नेहरू बने।
2. दूसरी वोट चोरी: इंदिरा गांधी रायबरेली से चुनाव जीतीं, पर कोर्ट ने इसे अनैतिक करार दिया। इसे बचाने के लिए संसद में कानून लाया गया कि पीएम के खिलाफ केस नहीं चल सकता।
3. तीसरी वोट चोरी: शाह ने दावा किया कि एक केस आया है जिसमें कहा गया है कि सोनिया गांधी भारतीय नागरिक बनने से पहले मतदाता थीं।
इस पर विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया और दावा किया कि यह गलत है।
लोकसभा में तीखी बहस, राहुल ने बीच में टोका
अमित शाह के बयान के दौरान राहुल गांधी ने उन्हें बीच में रोक दिया। शाह ने कहा- “मैं 30 साल से सदन में हूं, बोलने का क्रम मैं तय करूंगा, आप नहीं।” राहुल गांधी ने जवाब दिया कि यह “डरा और घबराया हुआ” रिएक्शन है। शाह बोले कि वे राहुल गांधी के “उकसावे” में नहीं आएंगे।