आज सुबह राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में घना कोहरा (Dense Fog) छाया रहा जिससे शहर में यातायात लगभग थम गया और दृश्यता (Visibility) शून्य के करीब पहुंच गई। इस खतरनाक मौसम के साथ दिल्ली की वायु गुणवत्ता भी बदतर हो गई और 'गंभीर प्लस' (Severe Plus) श्रेणी में पहुंच गई जिसने सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए एक बड़ा खतरा पैदा कर दिया है। राजधानी दिल्ली में घने कोहरे के चलते दिल्ली हवाई अड्डे पर कम से कम 100 उड़ानें रद्द कर दिन हैं जबकि 300 से ज्यादा उड़ानें विलंबित हुईं हैं।
कोहरा और गंभीर प्लस AQI का दोहरा वार
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने घने कोहरे के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। IMD के अनुसार रात का तापमान गिरकर $8.2^\circ \text{C}$ हो गया। खराब मौसम ने पहले से ही गंभीर वायु प्रदूषण की स्थिति को और बिगाड़ दिया। दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) "गंभीर प्लस" श्रेणी में पहुंच गया और 456 के पार हो गया। अशोक विहार जैसे इलाकों में AQI सोमवार तड़के 500 दर्ज किया गया जो अधिकतम आधिकारिक रीडिंग है। आनंद विहार और अक्षरधाम क्षेत्रों में भी जहरीले धुएं की मोटी चादर छाई रही जहां AQI 493 दर्ज किया गया जो 'गंभीर' श्रेणी में है। द्वारका का AQI 469 दर्ज हुआ। पड़ोसी शहर नोएडा में भी AQI 454 दर्ज किया गया जो गंभीर से भी अधिक श्रेणी में आता है।
हवाई और रेल सेवाओं पर गहरा असर
घने कोहरे के कारण दिल्ली-एनसीआर में हवाई और रेल सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं:
- ट्रेनें लेट: उत्तर भारत में भारतीय रेलवे का परिचालन प्रभावित हुआ जिसके कारण लगभग 300 ट्रेनें विलंबित हुईं और कुछ ट्रेनें तो कई घंटों की देरी से चल रही थीं।
- उड़ानें बाधित: दिल्ली हवाई अड्डे ने यात्रियों को हवाई सेवाओं में संभावित देरी की सूचना जारी की। इंडिगो जैसी एयरलाइंस ने यात्रियों को सलाह दी है कि वे घर से निकलने से पहले अपनी उड़ान की स्थिति नियमित रूप से चेक करते रहें क्योंकि कम दृश्यता के कारण उड़ान संचालन में व्यवधान आ रहा है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों की चेतावनी
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने जहरीली हवा के लंबे समय तक संपर्क में रहने से सार्वजनिक स्वास्थ्य को गंभीर खतरा होने की चेतावनी दी है।
- विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि लोग, विशेष रूप से सुबह के समय, बाहर टहलने या व्यायाम करने से बचें।
- उन्होंने आग्रह किया कि केवल अत्यंत आवश्यक होने पर ही बाहर निकलें अधिमानतः दिन के बाद के समय में जब सूर्य की रोशनी प्रदूषकों को फैलाने में मदद करती है।
- काम के लिए बाहर निकलने वाले लोगों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य बताया गया है।