लगातार तीन दिनों की गिरावट के बाद भारतीय शेयर बाजार ने सोमवार (10 नवंबर) को जोरदार वापसी की। शुरुआती कारोबार में ही सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में मजबूत बढ़त देखी गई। सुबह सेंसेक्स 495 अंक बढ़कर 83,712 के स्तर पर पहुंच गया, जबकि निफ्टी 152 अंक की तेजी के साथ 25,644 पर ट्रेड कर रहा था। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 319 अंक बढ़त के साथ 83,535 के स्तर पर आ गया, जबकि निफ्टी 82 अंक की तेजी के साथ 25,574 के स्तर पर बंद हुआ।
आज बाजार में सबसे अधिक तेजी आईटी और कैपिटल गुड्स सेक्टर में देखने को मिली। एशियन पेंट्स, टीसीएस, विप्रो, ग्रामिस इंडस्ट्रीज और कोल इंडिया के शेयर 2% तक चढ़ गए।
बाजार की इस तेजी के पीछे तीन बड़े कारण...
मजबूत ग्लोबल संकेतों से मिला सपोर्ट
पहली वजह ग्लोबल मार्केट से मिले पॉजिटिव संकेत हैं। अमेरिका में 40 दिनों से चल रहे सरकारी शटडाउन के जल्द खत्म होने की उम्मीद बढ़ी है, जिससे दुनियाभर के शेयर बाजारों में सकारात्मक माहौल बन गया है। एशियाई बाजार जैसे जापान का निक्केई, कोरिया का KOSPI और हांगकांग का हैंगसेंग सभी में बढ़त देखी गई।
विदेशी निवेशकों की वापसी
दूसरी बड़ी वजह है विदेशी निवेशकों की वापसी। लगातार छह दिनों तक बिकवाली करने के बाद विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने शुक्रवार को भारतीय बाजार में 4,581 करोड़ रुपए की खरीदारी की। इससे बाजार में लिक्विडिटी और भरोसा दोनों बढ़ा।
गोल्डमैन सैक्स का भारत पर पॉजिटिव रुख
तीसरी अहम वजह ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म गोल्डमैन सैक्स का भारत पर सकारात्मक रुख है। गोल्डमैन सैक्स ने करीब 13 महीने बाद भारतीय शेयर बाजार की रेटिंग ‘न्यूट्रल’ से बढ़ाकर ‘ओवरवेट’ कर दी है। साथ ही निफ्टी के लिए 29,000 का लक्ष्य दिया है यानी मौजूदा स्तर से लगभग 14% की और बढ़त का अनुमान। फर्म का कहना है कि भारत की आर्थिक स्थिति, विकास दर और कंपनियों की कमाई आने वाले समय में मजबूत रहने वाली है। इसी रिपोर्ट के बाद आज लार्जकैप शेयरों में खरीदारों की दिलचस्पी बढ़ी।