बुधवार को ईरान के मशहद से एक विशेष उड़ान नई दिल्ली पहुंची, जिसमें 282 भारतीय नागरिक सुरक्षित लौटे। यह ऑपरेशन सिंधु अभियान का हिस्सा है, जिसके तहत अब तक कुल 3,180 भारतीयों को ईरान से वापस लाया जा चुका है। यह अभियान ईरान और इजराइल के बीच बढ़ते तनाव के बीच शुरू किया गया था।
सरकार और दूतावास के प्रयासों की सराहना
दिल्ली पहुंचने पर लौटे भारतीयों ने भारत सरकार और ईरान स्थित भारतीय दूतावास के समर्पित प्रयासों के लिए आभार जताया। उन्होंने कहा कि दूतावास ने सभी के लिए उचित व्यवस्था की और उन्हें किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा। एक शरणार्थी ने कहा कि हालात अब बेहतर हो गए हैं और दूतावास ने हर संभव सहायता प्रदान की।
विदेश राज्य मंत्री पबित्रा मार्गेरिटा का स्वागत
विदेश राज्य मंत्री पबित्रा मार्गेरिटा ने वापस आने वाले सभी नागरिकों का गर्मजोशी से स्वागत किया। उन्होंने बताया कि हाल ही में ईरान से तीन श्रीलंकाई और दो नेपाली नागरिकों के साथ 281 भारतीय भी लौटे हैं। उन्होंने नेपाल और श्रीलंका जैसे पड़ोसी देशों को भी भारत की ओर से सहायता प्रदान करने की प्रतिबद्धता जताई।
युद्ध विराम की घोषणा के बीच जारी संघर्ष
ईरान और इजराइल के बीच हाल ही में तनाव चरम पर पहुंचा था, लेकिन मंगलवार को युद्ध विराम पर सहमति बनी। इसके बावजूद, इजराइली वायु सेना ने ईरान के एक रडार स्टेशन पर हमला किया, जिसके जवाब में ईरान ने इजराइल पर मिसाइल दागी। इस बीच, अमेरिका ने ईरान के परमाणु प्रतिष्ठानों पर सटीक हमले किए, जिससे क्षेत्रीय तनाव बढ़ गया।
भारतीय नागरिकों की सुरक्षित वापसी के लिए सरकार सतर्क
भारत सरकार ने इस संकट के बीच अपने नागरिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी और ऑपरेशन सिंधु के माध्यम से उन्हें सुरक्षित घर लौटाने का अभियान जारी रखा। सरकार ने सभी आवश्यक संसाधन मुहैया कराकर यह सुनिश्चित किया कि कोई भी भारतीय खतरे में न रहे।