शिमला प्रदेश में बीते दिनों की भारी बारिश से 207 सड़कें बंद पड़ी है। इनमें 180 सड़कें 10 से भी ज्यादा दिनों से अवरुद्ध है। अकेले मंडी जिला में 134 सड़कें बंद है।132 बिजली के ट्रांसफॉर्मर भी बंद होने से 250 से ज्यादा गांव डेढ़ सप्ताह से अंधेरे में रहने को मजबूर है। भारी बारिश के कारण 800 से ज्यादा पेयजल स्कीमें भी बाढ़ के तेज बहाव में बह गई है। इससे पानी की सप्लाई बाधित हुई है। कई जगह पानी लिफ्ट करने वाले पंप हाउस ही बह गए हैं।
प्रदेश में अब तक की बरसात में 91 लोगों की जान जा चुकी है। इनमें 24 लोगों की बाढ़, बादल फटने और लैंडस्लाइड से जान गई है। 34 लोग लापता है। अकेले मंडी जिला में 30 जून की रात बादल फटने से 15 की मौत और 27 लोग लापता है। राज्य आपदा प्रबंधन के अनुसार, भारी बारिश से 749 करोड़ रुपए की निजी व सरकारी संपत्ति नष्ट हो गई है। अकेले मंडी में 1198 घरों को नुकसान हुआ है। इनमें 500 घर पूरी तरह नष्ट हुआ है। 203 गौशालाएं और 731 गौशालाएं भी फ्लैश फ्लड से ढही है।