बठिंडा। जिले में लगातार हो रही बारिश और प्रशासन की लापरवाही एक बार फिर सामने आई है। साईं नगर और भगवानपुरा गांव (तलवंडी साबो) में रजबहा (नहर) टूटने से भारी नुकसान हुआ है। एक तरफ जहां शहरी इलाकों में लोगों को घर खाली करने पड़े, वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों की सैकड़ों एकड़ फसलें बर्बाद हो गईं।
साईं नगर: घरों में घुसा पानी, दीवारों में आई दरारें
शहर के साईं नगर इलाके में रजबहा टूटने से रिहायशी इलाकों में पानी घुस गया। कई घरों की दीवारों में दरारें आ गईं और लोगों को रातों-रात घर खाली करने पड़े। स्थानीय लोगों का कहना है कि किस्तों पर खरीदा गया घरेलू सामान भी पूरी तरह खराब हो गया है। स्थिति इतनी गंभीर थी कि कई परिवारों को अपना जरूरी सामान भी नहीं निकालने का समय मिला।
भगवानपुरा गांव: 150 एकड़ फसल बर्बाद
तलवंडी साबो उपमंडल के भगवानपुरा गांव में भी रजबहा टूटने से किसानों को बड़ा झटका लगा है। जानकारी के अनुसार, रात के समय रजबहा में करीब 100 फीट का पाड़ हो गया, जिससे 150 एकड़ में लगी धान, मूंग और मक्की की फसलें डूब गईं। किसान प्रशासन से मुआवजे की मांग कर रहे हैं।
ग्रामीणों का फूटा गुस्सा, पहले भी टूट चुका है यह रजबहा
स्थानीय निवासियों ने बताया कि यह रजबहा पहले भी टूट चुका है लेकिन प्रशासन ने कोई स्थायी समाधान नहीं किया। लोगों का आरोप है कि नहर विभाग की लापरवाही से हर बार नुकसान होता है, लेकिन समय रहते न तो मरम्मत होती है और न ही कोई चेतावनी दी जाती है।
जेई ने दी सफाई: मोगा में छेद के कारण टूटी नहर
घटनास्थल पर पहुंचे नहर विभाग के जेई ने बताया कि रजबहा में पानी तेज नहीं था, लेकिन मोगा में छेद होने के कारण यह टूटन हुई है। उन्होंने कहा कि पानी अब बंद कर दिया गया है, और ठेकेदार मरम्मत का काम शुरू कर चुका है, जो अगले कुछ घंटों में पूरा हो जाएगा।
प्रशासन से मुआवजे और स्थायी समाधान की मांग
पीड़ित किसानों और निवासियों ने मांग की है कि उन्हें समुचित मुआवजा दिया जाए और इस नहर की पुख्ता मरम्मत की जाए ताकि हर साल इस तरह की घटनाएं दोहराई न जाएं।