मंडी, : मंडी जिला में हुई भारी बारिश से करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है। जलशक्ति विभाग, विद्युत बोर्ड और लोक निर्माण विभाग विभिन्न प्रभावित घटना स्थलों में रेस्टोरेशन कार्य में जुटे हैं।
करसोग, जंजैहली और थुनाग में अब भी रेस्टोरेशन कार्य चल रहा है। भारी बारिश और भूस्खलन के कारण कई बिजली के पोल जमींदोज हो गए हैं, जिससे गांव के अधिकांश हिस्सों में अंधेरा छा गया है।
जिला में अब भी एक नेशनल हाइवे सहित 151 सड़कें बंद पड़ी हैं। धर्मपुर में 26, सराज में 12, मंडी में 09, थलौट में 35, सुंदरनगर में 04, गोहर में 06, करसोग में 36, जोगेंद्रनगर में 02, पद्घर में 10 और सकाघाट में 11 सड़कें बंद हैं।
वहीं, जिला में 489 विद्युत योजनाओं को ठीक किया जा रहा है, जो सोमवार से बंद पड़ी हैं। गोहर में सबसे अधिक 370 योजनाएं ठप पड़ी हैं। यहां विभागीय कर्मचारी नहीं पहुंच पाए हैं। इसके साथ ही 465 वाटर सप्लाई स्कीमें भी बंद पड़ी हैं। मंडी शहर में पानी की सप्लाई पूरी तरह से बाधित है। इससे जिला के लोगों को दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं।
जल शक्ति विभाग को 3.25 करोड़ का नुकसान
जलशक्ति विभाग के मंडी डिवीजन को 3.25 करोड़ का नुकसान हुआ है। वहीं पूरे शहर में जल आपुर्ति बाधित हुई है। विभाग वाटर सप्लाई स्कीमों के रेस्टोरशन कार्यों में जुटा है। वहीं शहर में लोगों द्वारा वाटर टैंकों के सहारे बुधवार को काम चलाया गया। पानी की स्कीमें सबसे ज्यादा प्रभावित हुई हैं। जलशक्ति विभाग के अधिशाषी अभियंता राजकुमार सैणी ने बताया कि कर्मचारी पेयजल योजनाओं को दुरुस्त करने में जुटे हैं।
विद्युत बोर्ड के 13 करोड़ रुपए बाढ़ के साथ बहे
भारी बारिश ने विद्युत बोर्ड को लगभग 13 करोड़ का नुकसान पहुंचाया है। इसकी वजह से कई इलाकों में अंधेरा छाया है। राहत कार्यों में मौसम का मिजाज भी बाधा बना हुआ है।