गुरदासपुर : पंजाब के राज्यपाल श्री गुलाब चंद कटारिया ने आज गुरदासपुर जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों डेरा बाबा नानक, कलानौर और बहरामपुर का दौरा किया। इस अवसर पर उन्होंने पंजाब सरकार के नेतृत्व में जिला प्रशासन द्वारा किए जा रहे बचाव और राहत कार्यों की समीक्षा की।
324 गांव प्रभावित, 5,581 लोग सुरक्षित निकाले गए
डेरा बाबा नानक में श्री करतारपुर साहिब कॉरिडोर के पास बाढ़ प्रभावित क्षेत्र की समीक्षा के दौरान, गुरदासपुर के उपायुक्त श्री दलविंदरजीत सिंह ने राज्यपाल को जानकारी दी कि रावी नदी के तटबंध कई स्थानों पर टूटने से जिले के मकोड़ा पत्तन, गहलड़ी, दोरांगला, कलानौर और डेरा बाबा नानक क्षेत्रों के 324 गांव बाढ़ के पानी की चपेट में आ गए हैं।
उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन ने स्थानीय पुलिस, NDRF, BSF और भारतीय सेना की मदद से तुरंत बचाव अभियान शुरू किया और 5,581 लोगों को हेलीकॉप्टरों और नावों द्वारा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से सुरक्षित निकाला। राहत कार्यों में सामाजिक सेवा संगठनों का भी पूरा सहयोग मिल रहा है।
केंद्र सरकार से हर संभव मदद का आश्वासन
राज्यपाल श्री गुलाब चंद कटारिया ने अधिकारियों से बात करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री श्री भगवंत सिंह मान सहित पूरी कैबिनेट और विधायक इस प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए राहत कार्यों में लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि सभी पंजाबियों द्वारा दिखाई गई एकजुटता अपने आप में एक मिसाल है।
श्री कटारिया ने बताया कि उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह से बात कर उन्हें बाढ़ की स्थिति से अवगत कराया है। उन्होंने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री श्री भगवंत सिंह मान को फोन कर राज्य में बाढ़ की स्थिति की जानकारी ली है और केंद्र सरकार ने पंजाब सरकार को हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया है। उन्होंने यह भी सूचित किया कि कल केंद्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान राज्य के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेंगे।
असली चुनौती बाढ़ का पानी उतरने के बाद
राज्यपाल ने कहा कि असली चुनौती बाढ़ का पानी उतरने के बाद शुरू होगी, जब पुनर्वास, फसल और संपत्ति के नुकसान के आकलन और समय पर मुआवजे पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। उन्होंने पानी से होने वाली बीमारियों को फैलने से रोकने के लिए अधिकतम स्थानों पर मेडिकल टीमों को तैनात करने की तत्काल आवश्यकता पर जोर दिया।
राहत शिविर का दौरा और स्थानीय लोगों से मुलाकात
राज्यपाल ने सरकारी मिडिल स्कूल नरहांवाली में स्थापित राहत शिविर का भी दौरा किया और विस्थापित परिवारों से मुलाकात कर उन्हें दी जा रही सुविधाओं और उनके पशुओं की सुरक्षा के बारे में जानकारी ली। उन्होंने जिला प्रशासन को सांप के काटने के गंभीर खतरे को देखते हुए एंटी-स्नेक वेनम (Anti Snake Venom) और अन्य आवश्यक दवाएं समय पर उपलब्ध कराना सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
स्थानीय निवासियों ने शक्की नाले (जिसे किरण नाला भी कहा जाता है) से स्थायी राहत की भी मांग की, जो हर साल मानसून में उनकी फसलों को नुकसान पहुंचाता है। इसके अलावा, मकोड़ा पत्तन से परे के गांवों के निवासियों ने राज्यपाल को अपनी समस्याओं से अवगत कराया और मकोड़ा पत्तन पर रावी नदी पर एक स्थायी पुल के निर्माण की भी मांग की। राज्यपाल ने इन मांगों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया।
इस अवसर पर विधायक श्री गुरदीप सिंह रंधावा ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लोगों के नुकसान की भरपाई के लिए केंद्र सरकार से सहायता की मांग करते हुए राज्यपाल श्री गुलाब चंद कटारिया को एक ज्ञापन भी सौंपा। इस दौरे के दौरान लोकसभा सदस्य स. सुखजिंदर सिंह रंधावा सहित कई वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।