चंडीगढ़ : पंजाबी सिनेमा के सदाबहार 'कॉमेडी किंग' और लाखों दिलों पर राज करने वाले डॉ. जसविंदर सिंह भल्ला को आज नम आंखों से अंतिम विदाई दी गई। 22 अगस्त को दुनिया को अलविदा कह गए डॉ. भल्ला की आत्मिक शांति के लिए भोग और अंतिम अरदास का कार्यक्रम आज चंडीगढ़ के सेक्टर 34-सी स्थित गुरुद्वारा श्री गुरु तेग बहादुर साहिब में आयोजित किया गया, जहाँ उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए हर क्षेत्र की जानी-मानी हस्तियां पहुंचीं।
गुरु के चरणों में अरदास, हर आंख थी नम
श्री सहज पाठ साहिब के भोग के उपरांत, रागी जत्थों ने वैरागमयी कीर्तन कर माहौल को और भी भावुक कर दिया। गुरुद्वारा साहिब में मौजूद हर शख्स, चाहे वह उनका प्रशंसक हो, सह-कलाकार हो या परिवार का सदस्य, उनकी याद में खोया हुआ था। सभी ने मिलकर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।
कला से लेकर सियासत तक, हर कोई पहुंचा श्रद्धांजलि देने
यह डॉ. भल्ला की लोकप्रियता और उनके मिलनसार स्वभाव का ही प्रतीक था कि उनकी अंतिम अरदास में कला, साहित्य, राजनीति और शिक्षा जगत का लगभग हर बड़ा चेहरा मौजूद था। इस मौके पर प्रमुख रूप से:
1. कलाकार: गिप्पी ग्रेवाल, गुग्गु गिल, बिन्नू ढिल्लों, अमर नूरी, पम्मी बाई, प्रीत हरपाल और सीमा कौशल।
2. साहित्य और संगीत जगत: लेखक बल मुकुंद शर्मा, गीतकार अलाप सिकंदर, कवि जरनैल घुमान, गीतकार शमशेर संधू, लेखक बाबू सिंह मान, कवि गुरभजन गिल और गीतकार बंटी बैंस।
3. राजनीति और शिक्षा: सांसद मीत हेयर, मंत्री हरदीप सिंह मुंडियां, पंजाब कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. सतबीर सिंह गोसल, और वरिष्ठ पत्रकार बलजीत बल्ली एवं दीपक चनारथल।
परिवार ने दी अंतिम विदाई
इस दुख की घड़ी में डॉ. भल्ला का पूरा परिवार एक-दूसरे का सहारा बना नजर आया। उनकी पत्नी सतवंत कौर भल्ला, बच्चे प्रदीप कौर भल्ला, पुखराज भल्ला, बबली भल्ला, ज़ीनू भल्ला और विक्रम जस्सल के अलावा शर्मा, करीर, अजुला और सराव परिवारों के सदस्य और करीबी मित्र भी प्रार्थना में शामिल हुए। इस जमावड़े ने डॉ. जसविंदर सिंह भल्ला की उस स्थायी विरासत को उजागर किया जो उन्होंने अपने जीवन और योगदान से बनाई थी।