नई दिल्ली। एक तरफ़ नीतीश राणा हैं, जो दिल्ली क्रिकेट में एक बड़े ओहदे वाले खिलाड़ी हैं। वहीं दूसरी तरफ़ दिग्वेश राठी हैं, जिनके बारे एक बात साफ है कि उन्हें विपक्षी खिलाड़ियों को चिढ़ाने और बार-बार अंपायर्स से भिड़ने में कोई समस्या नहीं है। जब वेस्ट दिल्ली लायंस (राणा की टीम) और साउथ दिल्ली सुपरस्टार्ज (राठी की टीम) के बीच हुए मैच के दौरान दोनों खिलाड़ियों का आमना-सामना हुआ, तो गर्माहट आना लाजमी था। राठी गेंदबाज़ी कर रहे थे। उन्होंने रन-अप पूरा किया लेकिन गेंद नहीं फेंकी। राणा ने मजाक में स्वीप शॉट खेला। राठी मुस्कराते हुए पीछे लौटे। अब अगली गेंद पर जब राठी आए तो राणा पीछे हट गए। इस बीच थोड़े शब्दों का आदान-प्रदान ज़रूर हुआ लेकिन कॉमेंटेटर्स मैदान पर इस नोकझोंक का मजा ले रहे थे।
जल्द ही जब दोनों खेलने को तैयार हुए तो राठी ने गेंद फेंकी और राणा ने रिवर्स-स्वीप लगाते हुए डीप प्वाइंट के ऊपर बेहतरीन सिक्सर जड़ा। इसके बाद राणा बैट को चूमते हुए आगे की तरफ बढ़े। इस बीच पता नहीं किसने क्या कहा, लेकिन माहौल गरमा गया और अगले ही दृश्य में राणा ग़ुस्से में राठी की ओर बढ़ते दिखे। अंपायर गायत्री वेणुगोपालन और फील्डरों ने दोनों को अलग किया। राठी वैसे भी लौट रहे थे, लेकिन चुपचाप नहीं, और ऐसा बिल्कुल नहीं लग रहा था कि राणा भी सिर्फ बातों पर रुकने वाले हैं। आखिरकार मामला शांत हुआ।
राठी ने आईपीएल 2025 के मैचों में कई बार फाइन भरा है। कुल मिला कर उनके पास फाइन भरने का एक अनुभव है और इस मैच में भी वह 80% मैच फीस गंवा बैठे। उनके व्यवहार को “खेल की भावना के खिलाफ” माना गया। वहीं राणा पर “अश्लील, अपमानजनक या आपत्तिजनक इशारा करने” के लिए उनकी 50% फीस का जुर्माना लगाया गया।
इन दोनों खिलाड़ियों के अलावा कृष्ण यादव (“विपक्षी खिलाड़ी की गाली के बाद आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल और बल्ला उनकी ओर तानना”) पर पूरी मैच फीस का जुर्माना लगाया गया। सुमित माथुर (“ऐसी भाषा या इशारे जिनसे दूसरे खिलाड़ी को उकसाया जा सके”) पर 50% जुर्माना और अमन भारती (“आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल”) पर 30% जुर्माना लगाया गया। ऐसे अगर देखा जाए तो राणा बनाम राठी का मुक़ाबला राणा के नाम रहा। राणा की शतकीय पारी ने वेस्ट दिल्ली लायंस को क्वालिफ़ायर-2 में पहुंचाया और साउथ दिल्ली सुपरस्टार्ज को टूर्नामेंट से बाहर कर दिया।