अयोध्या इस समय दिव्यता और आस्था से सराबोर है। दीपोत्सव 2025 के मौके पर भगवान श्रीराम की नगरी दुल्हन की तरह सज गई है। सरयू तट और राम की पैड़ी पर एक साथ 28 लाख से अधिक दीप जलाकर अयोध्या ने एक बार फिर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बना डाला। इस अवसर पर पूरी अयोध्या स्वर्णिम रोशनी से नहाई हुई दिखी।
गिनीज बुक में दर्ज हुआ नया रिकॉर्ड
पिछला रिकॉर्ड 26,11,701 दीपों का था, जिसे इस बार तोड़ दिया गया। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम खुद अयोध्या पहुंची और इस भव्य आयोजन को दर्ज किया। दीपोत्सव की तैयारी महीनों से चल रही थी, जिसमें 33,000 से ज्यादा वॉलिंटियर्स ने अपनी भूमिका निभाई। सभी घाटों पर तेल और बाती से दीपों को सजाया गया, और शाम ढलते ही पूरा सरयू तट प्रकाशमय हो उठा।
योगी आदित्यनाथ ने किया श्रीराम, सीता, लक्ष्मण और हनुमान का स्वागत
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हेलीकॉप्टर के जरिए अयोध्या पहुंचे। उन्होंने रामकथा पार्क में पुष्पक विमान से पहुंचे भगवान राम, माता सीता, लक्ष्मण और हनुमान के स्वरूपों की अगवानी की। इसके बाद सीएम योगी ने मंच से श्रीराम का राजतिलक किया और जय श्रीराम के उद्घोष से पूरा रामकथा पार्क गूंज उठा।
देश-विदेश से पहुंचे श्रद्धालु
इस दिव्य अवसर पर देश और विदेश से हजारों श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे। पूरा शहर दीपों, फूलों और रंगोलियों से सजा हुआ है। हर चौक-चौराहे पर झूमती रोशनी और सजावट ने माहौल को त्रेतायुगीन बना दिया है। 2017 में शुरू हुआ अयोध्या दीपोत्सव अब वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बना चुका है।
रामराज्य का प्रतीक बना दीपोत्सव
राम की पैड़ी के 56 घाटों पर दीप जलाने के साथ ही अयोध्या एक बार फिर “रामराज्य” की झलक देती नजर आई। श्रीराम जन्मभूमि मंदिर परिसर भी फूलों से सजा हुआ है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रामलला के दर्शन कर उत्तर प्रदेश और देशवासियों की खुशहाली की कामना की।
“जय श्रीराम” के नारों से गूंजा अयोध्या
दीपों की रोशनी, आरती की गूंज और भक्ति के इस अद्भुत संगम ने पूरी अयोध्या को आध्यात्मिक प्रकाश से भर दिया। भक्तों ने दीप जलाते हुए भगवान राम की महिमा का गुणगान किया। हर कोई इस ऐतिहासिक पल का साक्षी बन ‘जय श्रीराम’ के उद्घोष में लीन नजर आया।