चंडीगढ़ : " ये हम सभी के लिए बड़े गर्व और सम्मान की बात है कि महर्षि बाल्मीकि के हाथों द्वारा लिखा गया सनातन धर्म का पवित्र ग्रन्थ रामायण आज भी घर घर में पूजा जाता है | उसको पढ़ा जाता है और उसका श्रवण किया जाता है और ये अनादि काल से चलता आ रहा है और भविष्य में भी चलता रहेगा | ऐसे महान संत महात्मा के प्रकट दिवस पर शत शत नमन करता हूँ |" ये बात भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य एवं हिमाचल प्रदेश भाजपा के सह प्रभारी संजय टंडन ने डड्डूमाजरा के महर्षि बाल्मीकि मंदिर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान कही | कार्यक्रम के मुख्यातिथि पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया के साथ उन्होंने विशेष अतिथि के रूप में भाग लिया | इस अवसर पर उनके साथ राष्ट्रीय युवा सहकारी समिति लिमिटेड के निदेशक देविंदर सिंह ने भी मंदिर में माथा टेका और आशीर्वाद प्राप्त किया |
गौरतलब है कि महर्षि बाल्मीकि के प्रकट दिवस पर बीती रात और आज चंडीगढ़ के कई क्षेत्रों में भव्य कार्यक्रमों का आयोजन किया गया जिसमे संजय टंडन ने भाग लिया | इनमे मुख्यतः भारतीय वाल्मीकि धर्म समाज – भावाधस द्वारा प्राचीन वाल्मीकि आश्रम, सेक्टर 24, चंडीगढ़ में आयोजित भव्य सत्संग समारोह ,भाजपा चंडीगढ़ प्रदेश कार्यालय में आयोजित पुष्पांजलि कार्यक्रम में भाग लिया और महर्षि बाल्मीकि के चित्र पर पुष्पसुमन अर्पित किये | इसके पश्चात महर्षि वाल्मीकि भवन समिति, चंडीगढ़ एवं चंडीगढ़ प्रदेश महर्षि वाल्मीकि महासभा द्वारा सेक्टर 24, चंडीगढ़ स्थित वाल्मीकि मंदिर और महर्षि बाल्मीकि आश्रम, फेज 2, रामदरबार आदि स्थानों पर भी आयोजित कार्यक्रमों भाग लिया और उपस्थित लोगों को उनके प्रकट दिवस की बधाई प्रदान की |
इस अवसर पर उनके साथ जिला भाजपा के रानी लक्ष्मी बाई जिला के जिलाध्यक्ष अनुप गुप्ता, गिरवर शर्मा, हरजिंदर सिंह और कार्यक्रम के आयोजक महासचिव मदन लाल, संरक्षक प्रेम शामी, संरक्षक गिरवर शर्मा और नवीन सरहदी भी उनके साथ थे |
उपस्थित सभी लोगों को बधाई प्रदान करते हुए संजय टंडन ने कहा कि इस प्रकार के दिव्य आयोजनों से समाज में ज्ञान, समानता और नैतिकता के उन मूल्यों को पुनः जागृत करता है जिनका संदेश स्वयं महर्षि बाल्मीकि ने अपने जीवन से दिया। उन्होंने अपने जीवन में नया परिवर्तन लाकर घोर तपस्या करके उस परमात्मा को पाया जिसको कोई विरला ही पाता है | ऐसे दिव्यजन संत पुरुष को शत शत नमन है | उन्होंने अपने जीवन से लोगों को प्रेरणा देने का काम किया | उन्होंने अपना सर्वस्व भगवान् श्री राम को समर्पित किया और हमेशा उनके द्वारा दर्शाये पथ पर चले और अन्यों को भी उस पर चलने के लिए प्रेरित किया | संजय टंडन ने आगे कहा कि महर्षि बाल्मीकि का सम्पूर्ण जीवन, उनका आचरण, उनका स्वभाव, उनका प्रत्येक क्षण हम सभी को कुछ न कुछ शिक्षा प्रदान करता है अब ये हम सभी पर निर्भर है कि हम उसका कितना अनुसरण करते हैं | उन्होंने जो कुछ भी शिक्षा हम सभी को दी हम सभी को उसको अपने जीवन में लागू करने की आवश्यकता है | उन्होंने एक बार फिर से महर्षि बाल्मीकि के प्रकट दिवस पर सभी देशवासियों को बधाई प्रदान की और सभी के लिए जीवन में शांति, सद्भावना और समृद्धि का संचार हो, इसके लिए प्रार्थना की |