नई दिल्ली। ऑफ स्पिन ऑलराउंडर जयंत यादव आगामी घरेलू सीजन के लिए पुडुचेरी की टीम से खेलेंगे। वह इससे पहले हरियाणा की टीम से खेलते थे। हरियाणा की तरफ से 2011-12 में उन्होंने अपना प्रथम श्रेणी डेब्यू किया था। हरियाणा के तरफ से उन्हें एनओसी (नो ऑब्जेक्शन सर्टिफ़िकेट) दे दिया गया है। ईएसपीएनक्रिकइंफो को मिली जानकारी के अनुसार, जयंत सभी प्रारूप में हिस्सा लेना चाहते हैं। उसी कारण से उन्होंने यह फैसला लिया है। 2023-24 के बाद से वह हरियाणा के लिए नियमित रूप से सफेद गेंद वाले मैचों में नहीं खेल रहे थे। उस सीजन में हरियाणा विजय हजारे ट्रॉफी चैंपियन बना था। टीम प्रबंधन ने जयंत की जगह स्पिन ऑलराउंडर निशांत सिंधु और राहुल तेवतिया मौका देना सही समझा था।
जयंत ने हरियाणा के लिए आखिरी बार 2024-25 रणजी ट्रॉफी में हिस्सा लिया था। उस दौरान उन्होंने आठ मैचों में 28 विकेट लिए थे। इस साल फरवरी में मुंबई के खिलाफ क्वार्टर-फाइनल में उन्होंने अपना आखिरी मैच खेला था। उस मैच में उन्होंने तीन विकेट लिए और 40 रन बनाए थे। 35 वर्षीय जयंत के पास काफी अनुभव है। उन्होंने 90 प्रथम श्रेणी मैचों में कुल 265 विकेट लिए हैं। गेंदबाजी के अलावा उन्होंने बल्ले से भी काफी रन बनाए हैं। तीन शतक और 14 अर्धशतक के बदौलत उनके खाते में कुल 2924 रन हैं। उनका सर्वोच्च स्कोर 211 रनों का है, जो उन्होंने 2011-12 में कर्नाटक के खिलाफ बनाया था। उस पारी के दौरान उन्होंने अमित मिश्रा के साथ आठवें विकेट के लिए 392 रन की रिकॉर्ड साझेदारी की थी।
पुडुचेरी की टीम में जयंत तीन पेशेवरों में से एक होंगे, जिसमें मध्य प्रदेश के ऑलराउंडर पुनीत दाते और मुंबई के विकेटकीपर सिद्धांत आदतराव भी शामिल हैं। माना जाता है कि जयंत को मुंबई के बल्लेबाज़ अरमान जाफर (पूर्व भारतीय बल्लेबाज वसीम जाफर के भतीजे) की जगह पर साइन किया गया है। जयंत ने अपना आखिरी टेस्ट मैच 2022 में श्रीलंका के खिलाफ मोहाली में खेला था। उन्होंने दो टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैच भी खेले हैं। वह वर्तमान में आईपीएल में गुजरात टाइटंस की टीम से खेलते हैं और पहले दिल्ली डेयरडेविल्स और मुंबई इंडियंस का भी हिस्सा थे।