प्रेस सूचना ब्यूरो (पीआईबी) की फैक्ट-चेक इकाई ने गुरुवार को सोशल मीडिया पर एक और दावे का पर्दाफाश किया, जिसमें ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में भारतीय हताहतों के बारे में झूठी कहानी फैलाई गई।
पाकिस्तान के साथ संघर्ष में नहीं हुई राफेल पायलट की मौत
दरअसल, पाकिस्तान के कई अकाउंट ने सोशल मीडिया पर तस्वीरें प्रसारित कीं, जिसमें यह दावा किया गया कि यह राफेल पायलट के अंतिम संस्कार की है, जिसकी कथित तौर पर 7 मई को मौत हो गई थी।
तस्वीर को लेकर किया गया दावा पूरी तरह से फर्जी
हालांकि, पीआईबी फैक्ट-चेकिंग इकाई ने इस दावे को “पूरी तरह से फर्जी” बताते हुए खारिज कर दिया और स्पष्ट किया कि यह तस्वीर वास्तव में 2008 की है और इसका दावे से कोई संबंध नहीं है।
पुरानी तस्वीर हो रही वायरल
पीआईबी फैक्ट-चेकिंग इकाई ने एक्स पर लिखा कि “सोशल मीडिया पर एक पुरानी तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें कई पाकिस्तान स्थित अकाउंट दावा कर रहे हैं कि यह #भारतीय वायुसेना के एक राफेल पायलट का अंतिम संस्कार है, जिसकी मृत्यु 7 मई 2025 को हुई थी। यह दावा पूरी तरह से फर्जी है। यह तस्वीर वास्तव में 2008 की है और वर्तमान संदर्भ से संबंधित नहीं है।”
फैक्ट-चेकिंग टीम ने बताई तस्वीर की सच्चाई
पीआईबी फैक्ट-चेकिंग इकाई ने उसी तस्वीर के साथ सीएनएन लेख का लिंक संलग्न करते हुए कैप्शन में बताया कि तस्वीर में 16 अप्रैल, 2008 को गुजरात के बामरोली में ओरसांग नदी के तट पर 15 स्कूली लड़कियों के सामूहिक दाह संस्कार में हिंदुओं को श्रद्धांजलि देते हुए दिखाया गया है।
भारत ने पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में 7 मई को शुरू किया था ‘ऑपरेशन सिंदूर’
बताना चाहेंगे भारत ने 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के बाद निर्णायक सैन्य प्रतिक्रिया के रूप में 7 मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया था। भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में आतंकी ढांचों को निशाना बनाया, जिसके परिणामस्वरूप जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे आतंकी संगठनों से जुड़े 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए।
आतंकियों के ठिकानों को नेस्तनाबूद कर कुल 23 मिनट में पूरा कर लिया था यह मिशन
भारत ने 7 मई को पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में नौ आतंकी ढांचों को निशाना बनाने के लिए SCALP मिसाइलों और हैमर बमों से लैस राफेल जेट का इस्तेमाल किया। भारतीय वायुसेना ने बिना किसी नुकसान के केवल 23 मिनट में इस मिशन पूरा कर लिया, जिससे पाकिस्तान की वायु रक्षा प्रणालियों की कमजोरियां उजागर हो गईं।
भारत की जवाबी कार्रवाई के बाद का घटनाक्रम
हमले के बाद, पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा और जम्मू-कश्मीर में सीमा पार से गोलाबारी के साथ-साथ सीमावर्ती क्षेत्रों में ड्रोन हमलों का प्रयास किया, जिसके बाद भारत ने एक समन्वित हमला किया और पाकिस्तान के 11 एयरबेसों में रडार बुनियादी ढांचे, संचार केंद्रों और हवाई क्षेत्रों को क्षतिग्रस्त कर दिया। इसके बाद, 10 मई को भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम की सहमति की घोषणा की गई।