पटियाला: पटियाला की डिप्टी कमिश्नर डॉ. प्रीति यादव ने आज दोपहर घनौर के निकट सराला हेड पर घग्गर नदी का दौरा किया और ड्रेनेज विभाग द्वारा बाढ़ नियंत्रण के लिए किए जा रहे कार्यों का जायज़ा लिया। इस दौरान उनके साथ राजपुरा के एसडीएम अविकेश गुप्ता और ड्रेनेज विभाग के कार्यकारी अभियंता प्रथम गंभीर भी मौजूद रहे।
निरीक्षण के दौरान डॉ. यादव ने सराला हेड के पास स्थित गुरुद्वारा भगत धन्ना जी में मत्था टेका और मनरेगा के तहत महिलाओं द्वारा किए जा रहे मिट्टी भरे थैलों के कार्य का निरीक्षण करते हुए उनसे बातचीत की।
कार्यकारी अभियंता प्रथम गंभीर ने जानकारी दी कि इस समय घग्गर नदी में भांखरपुर के पास 1.6 फीट गेज पर 3272 क्यूसेक और सराला हेड पर 4 फीट गेज पर पानी बह रहा है। वहीं टांगरी नदी में पिहोवा रोड पर 23,599 क्यूसेक और मारकंडा नदी में 21,592 क्यूसेक पानी बह रहा है, जो खतरे के निशान से नीचे है। फिर भी ड्रेनेज विभाग पूरी तरह सतर्क है।
स्थानीय निवासियों से बातचीत करते हुए डॉ. प्रीति यादव ने बताया कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देशों के तहत ज़िला प्रशासन नागरिकों की हर समस्या के समाधान के लिए सदैव तत्पर है। उन्होंने कहा कि ज़िले की सभी नदियों में जल प्रवाह पर निरंतर निगरानी रखी जा रही है और लोगों को न तो डरने की जरूरत है और न ही किसी प्रकार की अफवाहों पर विश्वास करना चाहिए।
डॉ. यादव ने कहा कि घग्गर, टांगरी और मारकंडा जैसी नदियों के कैचमेंट क्षेत्रों में हुई बारिश के कारण इन नदियों में जलस्तर बढ़ा था, जो अब लगातार घट रहा है। हालांकि ज़िला प्रशासन पूरी सतर्कता के साथ इन नदियों के जलप्रवाह की निगरानी कर रहा है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि फिलहाल सभी नदियां खतरे के निशान से नीचे बह रही हैं, लेकिन यदि जलस्तर बढ़ता है तो उससे निपटने के लिए जल निकासी विभाग सहित सभी संबंधित विभाग और ज़िला प्रशासन पूरी तरह तैयार और सतर्क हैं।
डॉ. प्रीति यादव ने जल निकासी विभाग को सख्त निर्देश दिए कि आम नागरिकों की जान-माल की सुरक्षा में कोई ढिलाई या लापरवाही न बरती जाए। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे बाढ़ संबंधी किसी भी प्रकार की अफवाहों से सावधान रहें और पानी से जुड़ी किसी भी जानकारी के लिए बाढ़ नियंत्रण कक्ष के हेल्पलाइन नंबर 0175-2350550 पर संपर्क करें।