नेपाल में चल रहे हिंसक विरोध प्रदर्शनों और अराजकता ने गाजियाबाद के एक परिवार को कभी न भूलने वाला दर्द दिया है। नेपाल में उपद्रवियों द्वारा एक होटल में आग लगाने की घटना में गाजियाबाद के एक ट्रांसपोर्टर की पत्नी की दर्दनाक मौत हो गई है।
कैसे हुआ हादसा?
गाजियाबाद के ट्रांसपोर्टर रामवीर सिंह गोला और उनकी पत्नी राजेश देवी हाल ही में नेपाल में स्थित पशुपतिनाथ मंदिर के दर्शन करने गए थे। लेकिन, नेपाल में चल रहे राजनीतिक बवाल के दौरान, उपद्रवियों ने उस होटल में आग लगा दी, जहाँ वे ठहरे हुए थे। आग और धुएं की वजह से होटल की सीढ़ियाँ और रास्ते बंद हो गए थे।
बचाव दल ने होटल के नीचे गद्दे बिछाए और अंदर फंसे लोगों से कूदने की गुहार लगाई। रामवीर और उनकी पत्नी राजेश देवी चौथी मंजिल पर फंसे थे। रामवीर तो कूदने में सफल रहे और उन्हें मामूली चोटें आईं, लेकिन उनकी पत्नी राजेश देवी चादर के सहारे नीचे उतरने की कोशिश में फिसल गईं। वह सीधे अपनी रीढ़ की हड्डी के बल पर गिरीं, जिससे उन्हें गंभीर चोटें आईं।
अस्पताल में हुई मौत
गंभीर रूप से घायल राजेश देवी को तुरंत काठमांडू के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन 10 सितंबर की रात को उनकी मौत हो गई।
मृतक महिला के बेटे विशाल ने बताया कि उनके माता-पिता 8 सितंबर को मंदिर दर्शन के बाद बहुत खुश थे और उन्होंने वीडियो कॉल पर काठमांडू भी दिखाया था। लेकिन 9 सितंबर की रात को हिंसा फैल गई और होटल में आग लगा दी गई। विशाल ने आरोप लगाया कि उनके पिता ने बार-बार गुहार लगाई, लेकिन आर्मी के जवान उनकी घायल माँ को अपनी गाड़ी में ले गए और उनके पिता को साथ नहीं बैठने दिया। दो-तीन घंटे की तलाश के बाद जब उनके पिता अस्पताल पहुंचे, तो उन्हें पता चला कि उनकी पत्नी की मौत हो चुकी है।