होशियारपुर : न्यू दीपनगर के 5 साल के हरवीर जिसका एक अपहरणकर्ता ने कत्ल करके उसका शव रहीमपुर श्मशानघाट के करीब मिला था। बच्चे के शव का गत दिन सिविल अस्पताल में पोस्टमार्टम करके शव को उसके अभिभावकों को सौंप दिया। सिविल अस्पताल में कई संगठनों के प्रतिनिधि भारी संख्या में एकत्रित हो गए तथा उन्होंने कहा कि आरोपी को फांसी की सजा दी जाए।
सिविल अस्पताल पहुंचे नगर निगम के मेयर को भी लोगों के रोष का सामना करना पड़ा। लोगों ने सीधा सवाल किया कि शहर में बहुत से लोग बिना वैरिफिकेशन के रह रहे हैं उनमें से कई लोग क्रिमिनल है। इसके चलते इस तरह की घटनाएं हो रही हैं। इतना ही नहीं भंगी चो में भी कई झुग्गियां डालकर लोग वहां पर रह रहे हैं। कई लोगों ने तो अपने आधार कार्ड भी बना लिए हैं। उनको बिजली कनैक्शन तक मिले हुए हैं। यह कैसे संभव हुआ है। उन्होंने कहा कि अगर वोट की राजनीति छोड़ दी जाए तो कोई भी बिना वैरिफिकेशन के आकर रहने वालों के आधार कार्ड बनाने और वोट बनाने का काम नहीं करेगा।
मृतक हरवीर का फगवाड़ा के करीबी गांव भानोकी में हुआ अंतिम संस्कार
मृतक हरवीर का आज फगवाड़ा के करीबी गांव भानोकी में अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस मौके पर मृतक के पिता ने बताया कि जब उसने अपने मृतक बेटे का मुख देखा तो वह खून से भरा हुआ था। जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि उसे किस बेरहमी से मारा होगा। उसने बताया कि उसे पता चला है कि जो आरोपी पकड़ा गया है। उसने एक महिला पिंकी तथा एक अन्य व्यक्ति दीपू का नाम भी लिया है। उनको भी जल्द गिरफ्तार किया जाना चाहिए।
उसने आशंका व्यक्त की कि हरवीर की हत्या से पहले उन्होंने श्मशानघाट में कोई तंत्र-मंत्र किया होगा और उसके बाद उसकी हत्या की होगी। उसने कहा कि अगर आरोपी को सख्त सजा न मिली तो न जाने और कितने हरवीर इस तरह से अपनी जान से हाथ धो बैठेंगे। इस मौके पर गांव के सरपंच कुंदन सिंह ने कहा कि अब सरकार से क्या मांग कर सकते हैं। जब हमारे गांव का बेटा ही चला गया अब तो सरकार को चाहिए कि जल्द आरोपी को सजा दी जाए।
बाहर से आने वाले लोगों की पुलिस वैरिफिकेशन जरूर की जाए : मेयर
इस मौके पर मेयर सुरेंद्र कुमार ने कहा कि वह खुद चाहते हैं कि बाहर से आने वाले लोगों की पुलिस वैरिफिकेशन जरूर की जाए। जहां तक चौ में बसे लोगों का सवाल है वहां से उन्हें हटाना केवल निगम की जिम्मेदारी नहीं है इसके लिए दूसरे विभागों को भी काम करना होगा। उन्होंने कहा कि कई बार ऐसा होता है कि कई लोग वैरिफिकेशन के समय वहां से चले जाते हैं और जब वैरिफिकेशन का काम समाप्त हो जाता है तो फिर आकर इस स्थान पर बस जाते हैं।
बिना वैरिफिकेशन के रहने वालों में हो सकते हैं बंगलादेशी
मौके पर मौजूद डॉ. रमन घई ने कहा कि पुलिस प्रशासन ने दो दिन बहुत शानदार काम किया है। उन्होंने कहा कि वह प्रशासन से मांग करते हैं कि जितने भी लोग दूसरे प्रदेशों से आए हैं उनकी पुलिस वैरिफिकेशन जरूर करवाई जाए। बिना वैरिफिकेशन के उन्हें किराएदार रखने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाए।
उन्होंने कहा कि उनका दावा है कि अगर पुलिस वैरिफिकेशन करवाई जाएगी तो इनमें से कई लोग बंगलादेशी भी मिलेंगे जो एक योजना के तहत जहां रहते हैं फिर अराजकता फैलाते है। उन्होंने कहा कि शहर में जो घटना हुई है वह बहुत निंदनीय है लेकिन आगे से इस तरह की घटना न हो इसको रोकना होगा। इसके लिए सभी संगठनों को साथ आना होगा। उन्होंने कहा कि जिन लोगों की वैरिफिकेशन ठीक होती है उनसे किसी को कोई परेशानी नहीं है।
घटना होने पर ही जागता है प्रशासन
शिवसेना के वरिष्ठ नेता रणजीत राणा ने कहा कि प्रशासन घटना होने के बाद ही जागता है। कुछ समय पहले एक बस में घटना हुई थी तो पुलिस ने बसों को चैक करना शुरू कर दिया था, लेकिन आज कितनी बसें चैक होती हैं। सभी के सामने है। इसी तरह से भंगी चो में आई बाढ़ के बावजूद कई ड्राइवर अपनी बसों को पानी से गुजारते रहे। अगर कोई घटना हो जाती तो इसके लिए कौन जिम्मेदार होता। उन्होंने मांग की कि कोर्ट में मामला चलाकर आरोपी को फांसी की सजा दी जाए।
हमें अपने बच्चों की सुरक्षा को यकीनी बनना होगा : निहंग जत्थेबंदियां
इस मौके पर निहंग जत्थेबंदियों के नेताओं ने कहा कि अभिभावकों ने मृतक हरवीर का अंतिम संस्कार फगवाड़ा में करने का निर्णय लिया है। सभी लोग वहां नहीं जा सकते, लेकिन इस मुहिम को खत्म नहीं होने दिया जाएगा। जेल में भी कोई उसको उसके कर्मों का फल दे सकता है। अब समय आ गया है कि हमें अपने बच्चों की सुरक्षा को यकीनी बनना होगा।
हत्या के विरोध में विभिन्न संगठनों ने रोष मार्च निकाला
हरवीर की हत्या के विरोध में आज भी विभिन्न संगठनों ने प्रभात चौक तक रोष मार्च निकाला। इसके लिए पुलिस ने वहां पर भारी सुरक्षा बल तैनात किए। लोगों ने चेतावनी दी कि अगर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ कड़ी व तेज कार्रवाई न की तो वह संघर्ष को और तेज कर देंगे। उन्होंने मांग की कि वह किसी को भी बिना वैरिफिकेशन के शहर तथा उसके आसपास के क्षेत्र में नहीं रहने देंगे। सभी पंचों, सरपंचों, पार्षदों, को अपने इलाके का काम देखना होगा कि उनके इलाके में कोई भी ऐसा व्यक्ति न रहे जो संदिग्ध हो तथा दूसरी जगह पर कोई घटना करके आया हो।
देखा नहीं जा रहा था बाप-बेटी का विलाप
सिविल अस्पताल में मृतक हरवीर के पिता तथा मृतक हरवीर की बहन का विलाप देखा नहीं जा रहा था। बहन बार-बार अपने पिता से लिपट कर अपनी भाई को याद कर रही थी। उसे यकीन ही नहीं हो रहा था कि जो भाई उसके साथ गुरुद्वारा साहिब में गया था वह इस दुनिया में नहीं रहा। बाप- बेटी के विलाप को देखकर वहां उपस्थित सभी लोग अपनी आंखों से आंसू नहीं रोक सके। मृतक हरवीर की माता को भी लोग सांत्वना देते नजर आए, लेकिन एक मां का दु:ख केवल सांत्वना से ही दूर नहीं हो सकता था। वह बुरी तरह से टूट चुकी थी।