भारत के बीमा सेक्टर में अगस्त 2025 का महीना कई बड़े बदलावों का संकेत लेकर आया है। जहां पूरे सेक्टर के लिए नया कारोबार घटा, वहीं प्राइवेट बीमा कंपनियों ने उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन किया। विशेषकर SBI लाइफ, HDFC लाइफ और ICICI प्रूडेंशियल ने जबरदस्त ग्रोथ दर्ज कर बाजार का रुख अपने पक्ष में मोड़ दिया है।
LIC की स्थिति कमजोर, 17% की गिरावट
देश की सबसे बड़ी जीवन बीमा कंपनी LIC के लिए यह महीना बेहद निराशाजनक रहा। पिछले साल की तुलना में कंपनी के पहले साल का प्रीमियम 17% गिरकर लगभग ₹16,023 करोड़ रह गया। यह साफ संकेत है कि उपभोक्ता अब पारंपरिक भरोसे की बजाय नये विकल्पों की ओर तेजी से आकर्षित हो रहे हैं।
प्राइवेट कंपनियों की चमक
-जहां LIC पिछड़ता नजर आया, वहीं प्राइवेट खिलाड़ियों ने बाजार में अपनी स्थिति और मजबूत की।
-SBI लाइफ ने लगभग ₹3,321 करोड़ के प्रीमियम के साथ 22.8% की वृद्धि दर्ज की – यह इस सीजन की सबसे बड़ी छलांग है।
-HDFC लाइफ ने भी भरोसे का साथ निभाया और ₹3,064 करोड़ के साथ 9.5% की ग्रोथ पाई।
-ICICI प्रूडेंशियल ने 17.7% की तेजी के साथ ₹1,776 करोड़ का नया आंकड़ा छुआ।
-इन तीनों कंपनियों की कुल प्रीमियम कमाई लगभग ₹14,936 करोड़ रही, जो कि पूरे प्राइवेट सेगमेंट में 12% की वार्षिक वृद्धि को दर्शाता है।
बदलाव की बुनियाद: ग्राहक अब चाहते हैं ‘चॉइस’
बीमा उद्योग में अब यह साफ दिखने लगा है कि ग्राहक सिर्फ ब्रांड नाम पर भरोसा नहीं कर रहे, बल्कि वे प्रोडक्ट वेरायटी, डिजिटल सर्विस और फास्ट क्लेम प्रोसेसिंग को अधिक तरजीह दे रहे हैं। यही वजह है कि प्राइवेट कंपनियों की नई रणनीतियां – जैसे आसान पॉलिसी विकल्प, मोबाइल ऐप्स और त्वरित रिस्पॉन्स – उन्हें आगे ले जा रही हैं।
मार्केट शेयर की नई लड़ाई शुरू
एक समय था जब LIC अकेला बड़ा खिलाड़ी था, लेकिन अब स्थिति तेजी से बदल रही है। आज प्राइवेट बीमा कंपनियां ना सिर्फ हिस्सेदारी बढ़ा रही हैं, बल्कि ग्राहकों का भरोसा भी जीत रही हैं। अगस्त के आंकड़े इस बात का पुख्ता प्रमाण हैं।