लुधियानाः अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई से शुरू हो रही है। 38 दिन की यात्रा 9 अगस्त यानी रक्षाबंधन तक चलेगी। अमरनाथ गुफा तक पहुंचने के लिए दो रूट हैं। एक पहलगाम बेस कैंप से और दूसरा बालटाल बेस कैंप से जाता है।आप भी अमरनाथ यात्रा पर जाना चाहते हैं और मन में कई सवाल उठ रहे हैं, जैसे- यात्रा कैसे और कहां से शुरू करें, कितने दिन की छुट्टी लें, कहां से बुकिंग करें, यात्रा के लिए रूट क्या होगा, वहां रुकने के इंतजाम और टोटल कितना खर्च होगा? सुरक्षा के क्या इंतजाम होंगे?
यात्रा के दोनों रूट
अमरनाथ गुफा तक पहुंचने के दो रास्ते हैं। एक रास्ता पहलगाम से शुरू होता है और दूसरा बालटाल से।पहलगाम वाला रूट 48 किलोमीटर का है। इसमें चढ़ाई कम है इसलिए इसे आसान माना जाता है। हालांकि, ये रूट लंबा है और इससे यात्रा करने में 3 से 5 दिन लग जाते हैं।
बालटाल रूट पर सिर्फ 14 किमी की चढ़ाई तय कर श्रद्धालु गुफा तक पहुंच जाते हैं। यात्रा में 1 से 2 दिन लगते हैं। ये रास्ता छोटा जरूर है, लेकिन खड़ी चढ़ाई होने की वजह से जोखिम भरा माना जाता है।
कैसे होगा ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन
यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है। ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से रजिस्ट्रेशन हो रहे हैं। ये आसान और सुविधाजनक तरीका है। इसे श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड (SASB) की ऑफिशियल वेबसाइट jksasb.nic.in से किया जा सकता है। रजिस्ट्रेशन 14 अप्रैल 2025 से हो रहे हैं। एक दिन में 15,000 रजिस्ट्रेशन हो सकते हैं। रजिस्ट्रेशन से पहले आपको यात्रा का कोई एक रूट चुनना होगा। इसके अलावा ID कार्ड जैसे-आधार, पासपोर्ट, वोटर ID या पैन कार्ड, पासपोर्ट साइज फोटो और कम्पल्सरी हेल्थ सर्टिफिकेट (CHC) देना जरूरी है।रजिस्ट्रेशन के बाद जम्मू या कश्मीर में बने सेंटर्स से RFID कार्ड लेना होगा, जिसके लिए बायोमेट्रिक eKYC वेरिफिकेशन होगा। इस कार्ड के बिना एक्सेस कंट्रोल गेट्स से नहीं गुजर सकते।
कैसे होगा ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन
श्रद्धालुओं के पास ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन का भी विकल्प है। 30 जून से ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू हो गए हैं। इसके लिए देशभर में 533 से ज्यादा बैंक शाखाएं तय की गई हैं। जम्मू पहुंचकर भी ऑफलाइन टोकन लिया जा सकता है। जम्मू में कुल 4 जगहों पर तत्काल रजिस्ट्रेशन काउंटर बनाए गए हैं। इनमें रेलवे स्टेशन के पास, सरस्वती धाम, वैष्णवी धाम और पंचायत भवन महाजन शामिल हैं। भगवती नगर बेस कैंप में सिर्फ साधु-संतों के लिए स्पेशल रजिस्ट्रेशन सेंटर है।ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए भी वही डॉक्यूमेंट्स लगेंगे, जो ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन में लगते हैं।
क्या है रजिस्ट्रेशन शुल्क
भारतीय नागरिकों के लिए ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन फीस प्रति व्यक्ति 120 रुपए और ऑनलाइन की फीस प्रति व्यक्ति 220 रुपए है। रजिस्ट्रेशन के बाद जम्मू आने वाले श्रद्धालु भगवती नगर बेस कैंप से जत्थों के साथ तय रूट के लिए निकल सकेंगे। फिर 3 जुलाई को अमरनाथ गुफा के लिए ट्रैकिंग शुरू करेंगे।
रहने के इंतजाम और खाना-पीना
पहलगाम और बालटाल में ठहरने के लिए श्राइन बोर्ड ने टेंट की व्यवस्था कर रखी है। इसका किराया 500 रुपए से शुरू होता है, जबकि लंगरों में खाना फ्री है।अगर आप यात्रा की डेट से पहले पहुंच रहे हैं तो जम्मू या श्रीनगर में होटल लेकर रुक सकते हैं क्योंकि बेस कैंप में आपको तय डेट पर ही एंट्री मिलेगी। जम्मू-कश्मीर के एंट्री गेट लखनपुर से लेकर अमरनाथ गुफा तक करीब 139 लंगर बनाए गए हैं। इन लंगरों में तीर्थयात्रियों को मुफ्त में खाना मिलेगा। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों के लंगर संगठन इस बार रसोई बना रहे हैं।इसके अलावा जम्मू के भगवती नगर बेस कैंप में 5 लंगर, जम्मू-पठानकोट और जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्गों पर लगभग 50 लंगर होंगे। श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने लंगर संगठनों के लिए खाने का मेन्यू भी तय किया है।