भारत और जॉर्डन के बीच विदेश कार्यालय परामर्श कल मंगलवार को अम्मान में आयोजित किया गया। इसकी अध्यक्षता अरुण कुमार चटर्जी, (सचिव सीपीवी और ओआईए) और माजिद टी कतरनेह ने की, माजिद जॉर्डन के विदेश मामलों और प्रवासी मंत्रालय के महासचिव हैं। दोनों देशों ने राजनीतिक-सुरक्षा, आर्थिक, विकासात्मक और लोगों से लोगों के क्षेत्रों में मौजूदा द्विपक्षीय तंत्रों सहित अपनी साझेदारी को और मजबूत करने पर चर्चा की। अरूण कुमार चटर्जी ने पहलगाम, जम्मू और कश्मीर में आतंकवादी हमले के बाद भारत के लोगों और सरकार के प्रति अपनी एकजुटता व्यक्त करने के लिए जॉर्डन सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया।
आपको बता दें, इससे पहले दोनों देशों के बीच विदेश कार्यालय परामर्श (FoC) 2020 में वर्चुअली आयोजित किया गया था। विदेश कार्यालय परामर्श के तीसरे दौर की बैठक की सह-अध्यक्षता संजय भट्टाचार्य, सचिव (सीपीवी एवं ओआईए) तथा जॉर्डन के विदेश मामलों एवं हैशमाइट साम्राज्य के प्रवासी मंत्रालय के महासचिव यूसेफ बटैनिह द्वारा की गई थी। जिसमें दोनों पक्षों ने आतंकवाद का मुकाबला, व्यापार एवं निवेश, आईसीटी, पर्यटन, शिक्षा और संस्कृति सहित रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र में सहयोग में महत्वपूर्ण वृद्धि पर संतोष प्रकट किया था। भारत ने वैश्विक हितधारकों के बीच आतंकवाद के विरूद्ध नियमित, व्यापक बातचीत कराने में अकाबा प्रक्रिया की भूमिका की सराहना की थी। गौरतलब हो, दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक रूप से घनिष्ट और सौहार्दपूर्ण संबंधों को फरवरी 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमान यात्रा और मार्च 2018 में किंग अब्दुल्ला द्वितीय की भारत यात्रा के बाद एक मजबूत प्रोत्साहन मिला।
भारत के विदेश मंत्रालय के अनुसार, कल मंगलवार को विदेश कार्यालय परामर्श में दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय संबंधों के संपूर्ण आयाम की समीक्षा की तथा आपसी हितों के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विस्तृत विचार-विमर्श किया। उन्होंने राजनीतिक-सुरक्षा, आर्थिक, विकासात्मक और लोगों से लोगों के बीच मौजूदा द्विपक्षीय तंत्रों सहित इस साझेदारी को और मजबूत करने के प्रयासों पर चर्चा की।
विदेश मंत्रालय ने कहा, परामर्श सौहार्दपूर्ण माहौल में हुआ दोनों देशों के अधिकारियों ने अगली विदेश कार्यालय परामर्श वार्ता नई दिल्ली में पारस्परिक रूप से सुविधाजनक समय पर आयोजित करने पर सहमति व्यक्त की। दोनों देशों के पक्षों ने राजनयिक संबंधों की स्थापना के 75वें वर्ष को कई कार्यक्रमों के माध्यम से मनाने पर भी सहमति व्यक्त की।
उल्लेखनीय है, भारत और जॉर्डन के बीच मधुर और मैत्रीपूर्ण संबंध हैं, जो एक साझा दृष्टिकोण पर आधारित हैं। दोनों पक्षों के बीच व्यापार और निवेश सहयोग मजबूत और व्यापक हुआ है, जिसमें भारत 2023-24 में 2.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर के द्विपक्षीय व्यापार के साथ जॉर्डन का चौथा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार बनकर उभरा।
विदेश मंत्रालय के अनुसार, दोनों पक्षों ने आर्थिक सहयोग में और विविधता लाने तथा आपसी निवेश को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर सहमति व्यक्त की। यात्रा के दौरान अरुण कुमार चटर्जी ने भारतीय समुदाय के सदस्यों के साथ-साथ जॉर्डन के व्यापार, संस्कृति, शिक्षा जगत तथा भारत के मित्रों के प्रतिनिधियों से बातचीत की। वह अम्मान में अल-हुसैन तकनीकी विश्वविद्यालय (एचटीयू) में भारत-जॉर्डन केंद्र का दौरा करेंगे, जो भारत की सहायता से स्थापित उन्नत शिक्षा का एक प्रमुख संस्थान है।