शिमला: केंद्र सरकार हिमाचल का दर्द समझे और प्राकृतिक आपदा से हुए भारी नुकसान के लिए उदार सहायता उपलब्ध कराए। यह बात प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के दौरान कही। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय गृहमंत्री को बताया कि प्रदेश में भारी वर्षा और भू-स्खलन से अब तक लगभग एक हजार करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है, जबकि मानसून की अभी शुरुआत ही हुई है। प्राकृतिक आपदा के कारण कई लोगों की जान गई है तथा सडक़ों, पुलों, भवनों, पेयजल एवं सिंचाई योजनाओं और विद्युत आपूर्ति परियोजनाओं को भारी नुकसान पहुंचा है। मुख्यमंत्री ने राहत एवं पुनर्वास कार्यों के लिए केंद्र सरकार से उदार सहायता का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि वर्ष 2023 से प्रदेश को निरंतर प्राकृतिक आपदाओं का सामना करना पड़ रहा है और पिछले तीन वर्षों में प्रदेश को लगभग 21 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है।
सीएम सुक्खू ने अमित शाह को बताया कि प्रभावित लोगों को राहत प्रदान करने के लिए प्रदेश सरकार राज्य आपदा राहत कोष और राष्ट्रीय आपदा राहत कोष के माध्यम से हर संभव प्रयास कर रही है। बार-बार प्राकृतिक आपदाएं आने के कारण प्रदेश के लिए अपने सीमित संसाधनों से पुनर्वास एवं पुनर्निर्माण तथा बुनियादी ढांचे को बहाल करना बेहद कठिन हो गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की कठिन भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए केंद्र सरकार द्वारा राहत एवं पुनर्निर्माण कार्यों के लिए निधारित दिशा-निर्देश काफी कम है। उन्होंने वर्तमान सीमा को संशोधित कर इसे 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 30 प्रतिशत करने का आग्रह किया। इससे राज्य को राहत एवं पुनर्निर्माण कार्यों में काफी मदद मिलेगी। अमित शाह ने मुख्यमंत्री को केंद्र सरकार की ओर से हिमाचल प्रदेश को हर संभव सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया।
पनगढिय़ा से राजस्व घाटा अनुदान जारी रखने की मांग
शिमला। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने 16वें वित्तायोग के अध्यक्ष डा. अरविंद पनगढिय़ा से मुलाकात कर प्रदेश की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए वित्तायोग से सहयोग का आग्रह किया। उन्होंने राज्य की आर्थिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए आयोग से राज्य के हित में सिफारिश करने का अनुरोध किया। उन्होंने आयोग से राज्य की भौगोलिक परिस्थितियों और सीमित राजस्व संसाधनों को ध्यान में रखते हुए राजस्व घाटा अनुदान जारी रखने का आग्रह किया।
गडकरी से बरसात में टूटी सडक़ें सुधारने का आग्रह
शिमला। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने केंद्रीय सडक़ एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से भेंट कर हिमाचल प्रदेश में बाढ़ और भू-स्खलन से क्षतिग्रस्त सडक़ों की मरम्मत और पुनर्निर्माण कार्यों में सहयोग तथा प्रदेश की कुछ सडक़ों को प्रधानमंत्री गति शक्ति योजना में शामिल करने का आग्रह किया। उन्होंने एनएच परियोजनाओं में विभिन्न कारणों से हो रहे विलंब के बारे में भी केंद्रीय मंत्री को जानकारी दी।