जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने आज मंगलवार को कुपवाड़ा जिले में पाकिस्तानी गोलीबारी से प्रभावित लोगों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने आश्वासन दिया कि सरकार नुकसान का आकलन पूरा होने के बाद मुआवजा देगी। उन्होंने कहा कि ईश्वर की कृपा से किसी की जान नहीं गई है, लेकिन घरों, दुकानों और मदरसों जैसी सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचा है। उन्होंने कहा कि प्रशासन आज या कल तक नुकसान का आकलन पूरा कर लेगी। उसके बाद सरकार मुआवजा जारी करेगी। हमने सामूहिक बंकर बनाए थे, लेकिन उनका लंबे समय से उपयोग नहीं हुआ। अब हम लाइन ऑफ कंट्रोल और सीमा क्षेत्रों में व्यक्तिगत बंकर भी बनवाने की कोशिश करेंगे।
इससे पहले मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कुपवाड़ा जिले के टंगधार क्षेत्र में गोलाबारी प्रभावित इलाकों का दौरा किया और उन परिवारों से मुलाकात की जिन्होंने कठिन हालात में भी साहस दिखाया। उन्होंने कहा कि सरकार उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है और उनके दर्द को अनदेखा नहीं किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार हर संभव प्रयास करेगी कि ये लोग फिर से गरिमा और आशा के साथ अपने जीवन का निर्माण कर सकें।
मुख्यमंत्री ने टंगधार में सामुदायिक बंकरों का निरीक्षण भी किया और भरोसा दिलाया कि ऐसे और सुरक्षित स्थान बनाए जाएंगे ताकि सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। इसके साथ ही उन्होंने कुपवाड़ा के सब-डिस्ट्रिक्ट अस्पताल का दौरा किया जहां कुछ दिन पहले पाकिस्तानी गोलाबारी में घायल हुए लोगों का इलाज चल रहा है।
पिछले दिनों पाकिस्तान की ओर से की गई भारी गोलीबारी ने कुपवाड़ा, उड़ी और पुंछ जिलों में घरों और धार्मिक स्थलों को क्षति पहुंचाई। इसके बावजूद स्थानीय लोगों ने भारतीय सेना के साथ खड़े रहने की प्रतिबद्धता जताई। हालांकि भारत और पाकिस्तान के बीच शांति बहाल करने को लेकर सहमति बनने के बाद अब जम्मू-कश्मीर में स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है।
इस बीच सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सुरक्षा बलों को आतंकवादियों का सफाया करने के लिए पूरी छूट दी गई है। उन्होंने देश को संबोधित करते हुए कहा, “अब हर आतंकी संगठन जान चुका है कि हमारी बहनों-बेटियों के माथे से सिंदूर हटाने का अंजाम क्या होता है।” प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि भारतीय वायुसेना, थलसेना, नौसेना, सीमा सुरक्षा बल और अर्धसैनिक बल पूरी सतर्कता के साथ तैनात हैं। उन्होंने बताया कि “सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक के बाद अब ‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारत की आतंकवाद विरोधी नीति बन गई है। ऑपरेशन सिंदूर ने आतंकवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई में एक नई मिसाल कायम की है।”
गौरतलब है कि ऑपरेशन सिंदूर 7 मई को उस घातक आतंकी हमले के जवाब में शुरू किया गया था, जो 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुआ था और जिसमें 26 पर्यटकों की जान चली गई थी। इस जवाबी कार्रवाई में भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में स्थित कई आतंकी ठिकानों पर हवाई, थल और जल मार्ग से हमला किया। इन हमलों में 100 से अधिक आतंकियों को मार गिराया गया। यह अभियान बहुत सोच-समझकर चलाया गया, जिसमें नागरिकों को हानि पहुंचाने से बचने का पूरा प्रयास किया गया।