‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद केंद्र सरकार ने आज गुरुवार को सुबह 11 बजे नई दिल्ली में सर्वदलीय बैठक बुलाई है। बैठक के दौरान सरकार अलग-अलग राजनीतिक दलों के नेताओं को ऑपरेशन के बारे में जानकारी देगी।
ज्ञात हो, पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंकी शिविरों को निशाना बनाकर भारतीय सशस्त्र बलों ने हमला कर पहलगाम में हुए आतंकी हमले का करारा जवाब दिया है, जिसे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बारे में राजनीतिक नेताओं को दी जाएगी जानकारी
इसी ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बारे में राजनीतिक नेताओं को जानकारी देने के लिए आज गुरुवार को सुबह 11 बजे सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है। इस बीच, बैठक में राजनीतिक दलों को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के कई पहलुओं के बारे में जानकारी दी जाएगी, जिसमें ऑपरेशन के उद्देश्य, विशिष्ट आतंकी ठिकानों पर हमला, रणनीतिक और सुरक्षा प्रभाव और पाकिस्तान की ओर से किसी भी जवाबी कार्रवाई की स्थिति में भारत की तैयारी शामिल है।
इससे पहले कल पीएम मोदी ने राष्ट्रपति मुर्मु को ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी दी
यह हमला जम्मू कश्मीर में पहलगाम आतंकी हमले के दो सप्ताह बाद किया गया, जिसमें बैसरन घाटी में 25 भारतीयों और एक नेपाली नागरिक सहित 26 लोग मारे गए थे। बताना चाहेंगे इससे पहले बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से मुलाकात की और उन्हें सशस्त्र बलों द्वारा किए गए सैन्य अभियान के बारे में औपचारिक रूप से जानकारी दी।
बुधवार को सटीक हमले किए गए जो केवल 25 मिनट तक चले। रात 1:05 बजे से 1:30 बजे के बीच, 24 मिसाइलों को नौ आतंकवादी ठिकानों पर हमला करने के लिए तैनात किया गया था, जिसमें मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा का मुख्यालय और बहावलपुर में प्रमुख आतंकवादी ट्रेनिंग साइट को निशाना बनाया गया।
पार्टी लाइन से हटकर नेताओं ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सराहना की
पार्टी लाइन से हटकर नेताओं ने ऑपरेशन सिंदूर की सराहना की है और आतंकवादियों के खिलाफ सशस्त्र बलों की कार्रवाई पर गर्व जताया है। विपक्ष ने पहले पहलगाम आतंकी हमले के बाद सरकार द्वारा की जाने वाली किसी भी कार्रवाई का समर्थन किया था।