हिमाचल से लेकर पंजाब तक, बिहार से लेकर दिल्ली उत्तर प्रदेश तक हर राज्य में बरसात से हाहाकर मची हुई है। हजारों गांव जलमग्र हो चुके हैं। सैकड़ों मौतें हो चुकी हैं, जबकि अरबों रुपए की संपत्ति बह गई है। सितंबर महीना शुरू हो चुका है, लेकिन अभी भी बारिश से राहत के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। मौसम विभाग की मानें तो 28 अगस्त से लेकर 3 सितंबर तक सामान्य से 48 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई है, जिस कारण चारों तरफ तबाही का मंजर है। महज सात दिनों में 75.2 मिमि बारिश हुई है, जबकि सामान्य बारिश 49 मिमि मानी जाती है।
इस बार पहली जून से लेकर 2 सितंबर तक 780.8 मिमि बारिश हुई है, जबकि इस अवधि सामान्य बारिश 721.1 होती है। यानी आठ फीसदी बारिश अधिक है। भारतीय मौसम विभाग की मानें तो इस साल अध्याधिक बारिश का कारण मानसून ट्रफ का समुद्र तल से अपनी सामान्य स्थिति से दक्षिण में बना होना है और निचले ट्रोपोस्फेरिक लेवल तक फैला हुआ है। साथ ही एक अन्य ट्रफ उत्तर-पूर्व अरब सागर से उत्तर-पश्चिम बंगाल तक बनी हुई है, जिस कारण ज्यादा बारिश हो रही है। हालांकि भारतीय मौसम विभाग ने जो पूर्वानुमान लगाया है, उसके तहत हिमाचल में बारिश के आसार नहीं हैं, राजस्थान, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश में 4 से 10 सितंबर तक कई जगहों पर भारी बारिश की संभावना है। इस बारिश की वजह से पंंजाब के लगभग 2 हजार गांव प्रभावित हुए हैं।
हिमाचल में भारी तबाही
हिमाचल प्रदेश में इस मानसून में लगातार हो रही बारिश, बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं में जान-माल की व्यापक हानि हुई है। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र की एक रिपोर्ट के अनुसार अब तक 343 लोगों की जान जा चुकी है। इसके अलावा 385 जानवर मारे गए हैं और लगभग 3158 करोड़ की संपत्ति का नुकसान हो चुका है। रिपोर्ट के अनुसार 1,300 से अधिक घर पूरी तरह से जबकि 2,331 घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। वहीं लगभग 27,000 हेक्टेयर फसलें नष्ट हो गई हैं। छह राष्ट्रीय राजमार्गों और एक चार लेन सडक़ सहित बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचा है। 1280 से ज़्यादा जलापूर्ति योजनाएं बाधित हुई हैं और 2809 से ज़्यादा ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। लगातार गिरते पत्थरों के कारण ब्राउनी में राष्ट्रीय राजमार्ग-05 को बंद करना पड़ा है।
परीक्षाएं स्थगित
मुख्यमंत्री के निर्देशों के अनुसार हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग (एचपीपीएससी) ने हिमाचल प्रदेश वन सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा-2025 को स्थगित कर दी है। यह परीक्षा पहले 7 सितंबर को आयोजित होने वाली थी, लेकिन अब अस्थायी रूप से इसके लिए 5 अक्तूबर का दिन तय किया गया है। साथ
ही शिमला के पुलिस अधीक्षक ने भराड़ी पुलिस लाइन में पुलिस कांस्टेबल भर्ती के लिए होने वाले दस्तावेज़ सत्यापन को 28 सितंबर तक स्थगित कर दिया है।