दक्षिण एशिया के नेपाल और अफ्रीकी देश मेडागास्कर के बाद अब लैटिन अमेरिकी देश पेरू भी युवाओं के Gen-Z प्रदर्शनों की चपेट में आ गया है। बेहतर भविष्य की मांगों को लेकर शुरू हुआ यह आंदोलन अब देश के नए राष्ट्रपति जोस जेरी के इस्तीफे की मांग पर अड़ा हुआ है जबकि राष्ट्रपति ने पद छोड़ने से साफ इनकार कर दिया है।
प्रदर्शनों की आग में झुलसा पेरू
देश भर में हो रहे इन हिंसक विरोध प्रदर्शनों के दौरान अब तक एक प्रदर्शनकारी की मौत हो चुकी है और कम से कम 100 लोग घायल हुए हैं। घायलों में करीब 80 पुलिस अधिकारी और 10 पत्रकार भी शामिल हैं। यह आंदोलन करीब एक महीने पहले युवाओं के लिए बेहतर वेतन और पेंशन की मांगों को लेकर शुरू हुआ था।
आंदोलन के मुख्य कारण:
वेतन और पेंशन: युवाओं के लिए बेहतर सामाजिक-आर्थिक भविष्य की मांग।
राजनीतिक अस्थिरता: प्रदर्शनकारियों ने 10 अक्टूबर को नए राष्ट्रपति (जो एक दशक में सातवें राष्ट्रपति हैं) के शपथ ग्रहण के बाद उनके और कुछ सांसदों के इस्तीफे की मांग की।
भ्रष्टाचार और अपराध: आंदोलनकारी देश में बढ़ते अपराध और भ्रष्टाचार पर भी अपना गुस्सा व्यक्त कर रहे हैं।
राष्ट्रपति जोस जेरी द्वारा इस्तीफा देने से इनकार करने के कारण यह आंदोलन और अधिक भड़क उठा है।
हिप-हॉप गायक एडुआर्डो रुइज की मौत
अधिकारियों ने प्रदर्शनों के दौरान हुई मौत की जांच शुरू कर दी है। मृतक की पहचान 32 वर्षीय हिप-हॉप गायक और प्रदर्शनकारी एडुआर्डो रुइज के रूप में हुई है। अधिकारियों का कहना है कि रुइज को हजारों युवाओं के सामूहिक प्रदर्शन के दौरान गोली मारी गई थी।
कौन हैं नए राष्ट्रपति जोस जेरी?
पेरू के नए राष्ट्रपति जोस जेरी 38 साल के हैं और पहले कांग्रेस के अध्यक्ष थे। उन्होंने राष्ट्रपति का पद संभालने के बाद देश में अपराध को नियंत्रित करने का वादा किया था। जेरी ने प्रदर्शनकारियों की आलोचना करते हुए कहा है कि यह Gen-Z आंदोलनकारियों का एक "गैंग" है जो उन युवाओं का प्रतिनिधित्व नहीं करता जो पढ़ाई और काम करते हैं।
जेरी की आलोचना इसलिए भी हो रही है क्योंकि पद संभालने से पहले ही उन पर बलात्कार के आरोप की जांच चल रही थी। पेरू की कांग्रेस ने हाल ही में पिछली राष्ट्रपति दीना बोलुआरटे को पद से हटा दिया था। पेरू में Gen-Z का यह आंदोलन उसी वैश्विक ट्रेंड का हिस्सा है जिसमें युवा वर्ग अपनी सरकारों के खिलाफ आर्थिक और राजनीतिक असंतोष प्रदर्शित कर रहा है।