नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे तथा पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने पूर्वोत्तर के कई राज्यों में भारी बारिश से हो रही तबाही पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि मोदी सरकार ने असम को बाढ़ मुक्त बनाने का वादा किया था, लेकिन वह मुद्दों से ध्यान भटकने में लगे रहे और बाढ़ रोकने के ठोस प्रयास नहीं किया गए। उन्होंने कहा कि समूचा पूर्वोत्तर भारी बारिश के कारण हो रहे विनाशकारी भूस्खलन तथा बाढ़ से जूझ रहा है। लोगों की जान जा रही है इसलिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पीएम केयर्स फंड में बिना ऑडिट के पड़ी भारी भरकम राशि का इस्तेमाल पूर्वोत्तर के लोगों को इस आपदा के समय सहायता देने के लिए करना चाहिए।
खड़गे ने कहा, “पूर्वोत्तर विनाशकारी बाढ़, भूस्खलन और भारी बारिश से जूझ रहा है। असम, अरुणाचल, मणिपुर, सिक्किम और मेघालय सबसे अधिक प्रभावित राज्यों में से हैं, जहां कई लोगों की जान चली गई है और लाखों लोग प्रभावित हुए हैं। कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को लोगों की सहायता करने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए। भाजपा ने 2016 में ‘बाढ़ मुक्त’ असम बनाने का वादा किया था और 2022 में, गृह मंत्री अमित शाह ने इस वादे को दोहराया। तथाकथित ‘स्मार्ट सिटी’ गुवाहाटी के दृश्यों को देखकर, किसी को याद आता है कि कैसे मोदी जी और उनकी डबल इंजन सरकारों ने असम के साथ विश्वासघात किया है।”
उन्होंने कहा, “बुनियादी विकास के मुद्दों से ध्यान भटकाना और बुनियादी बातों से ध्यान हटाकर भावनात्मक और ध्रुवीकरण वाले विषयों की तरफ ध्यान ले जाना भाजपा की राजनीति की पहचान रही है। मोदी सरकार को बाढ़ की तैयारियों के लिए पूर्वोत्तर के सभी राज्यों, खासकर असम को और अधिक धनराशि जारी करनी चाहिए। मोदी जी को पीएम केयर्स फंड के द्वार खोल देने चाहिए, जिसमें बिना किसी ऑडिट के करोड़ों की रकम पड़ी है।”
प्रियंका वाड्रा ने कहा, “असम, अरुणाचल समेत पूर्वोत्तर के राज्यों में भारी बारिश से हुई मौतों का समाचार अत्यंत दुखद है। लाखों लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। ईश्वर सभी की रक्षा करें। केंद्र और राज्य सरकारों से अपील है कि राहत एवं बचाव कार्यों में तेजी लाई जाए ताकि लोगों को कम से कम तकलीफ उठानी पड़े। कांग्रेस नेताओं एवं कार्यकर्ताओं से भी आग्रह करती हूं कि प्रभावित लोगों की यथासंभव मदद करें।”