पंजाब के पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा ने अपने बेटे अकील की मौत को लेकर बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि अकील पिछले कई वर्षों से मानसिक रूप से अस्थिर था और लंबे समय से नशे की लत में फंसा हुआ था। 2024 में उसके व्यवहार में अचानक बदलाव आने लगे थे और वह परिजनों से दूरी बनाने लगा था।
मुस्तफा ने बताया कि अकील अक्सर बिना वजह गुस्सा करता था और हिंसक व्यवहार दिखाता था। कई बार उसने घर के सदस्यों पर हमला तक किया। एक पुराने हादसे का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि साल 2008 में अकील ने अपनी मां पर हमला कर दिया था, जिससे उन्हें गंभीर चोटें आईं। पूर्व डीजीपी ने कहा कि परिवार ने हमेशा कोशिश की कि अकील का इलाज करवाया जाए और उसका नाम किसी विवाद में न आए। “हमने कई बार पुलिस या डॉक्टरों को बुलाया, लेकिन वह इलाज से भाग जाता था। उसकी हालत देखकर एक पिता के तौर पर बहुत दुख होता था।
यही नहीं अकील ने महिलाओं पर गंभीर आरोप लगाए। उसने एक वीडियो में परिवार की महिलाओं पर गंभीर आरोप लगाए थे, जिसमें उसने कहा था कि परिवार की महिलाएं वेश्यालय चलाती हैं। मुस्तफा ने कहा कि अकील खुद समझ नहीं पा रहा था कि वह क्या कह रहा है और क्या कर रहा है। वह कहता था कि जो भी राजनीतिक हस्ती हमारे घर आती है, हम उसे अपनी महिलाएं ऑफर तक कर देते हैं। सोचिए, एक पिता ऐसी बातें कैसे बर्दाश्त कर सकता है?
16 अक्तूबर को अकील अपने घर में मृत पाया गया। मुस्तफा के अनुसार, “हमने खुद पोस्टमॉर्टम की मांग की ताकि पूरी सच्चाई सामने आए। पुलिस ने अब एसआईटी बना दी है जो मामले की गहराई से जांच कर रही है।” मुस्तफा ने आरोप लगाया कि कुछ लोग इस संवेदनशील मामले को राजनीतिक रंग देने की कोशिश कर रहे हैं। “मेरे बेटे की मौत का असली कारण उसकी मानसिक स्थिति और नशे की लत थी। इसे किसी और दिशा में ले जाना नाइंसाफी है।