लुधियाना : पंजाब में 2027 के विधानसभा चुनाव को लेकर पॉलिटिक्स अभी से गरमाने लगी है। पहले शिरोमणि अकाली दल के प्रेसिडेंट सुखबीर सिंह बादल ने गिद्दड़बाहा सीट से चुनाव लड़ने का ऐलान किया गया और अब इस बारे में पंजाब कांग्रेस प्रेसिडेंट राजा वड़िंग का बड़ा बयान सामने आया है। पंजाब कांग्रेस प्रेसिडेंट और लुधियाना से MP अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने भी सुखबीर सिंह बादल को खुला चैलेंज दिया है।
राजा वडिंग ने कहा कि उन्होंने पिछली बार (उपचुनाव) में भी सुखबीर बादल को यहां से चुनाव लड़ने का चैलेंज दिया था लेकिन उन्होंने चुनाव नहीं लड़ा। वडिंग ने यह भी दावा किया कि अगर सुखबीर बादल तब चुनाव लड़ते तो कांग्रेस जीत जाती क्योंकि सुखबीर ने सारे वोट आम आदमी पार्टी को डलवा दिए थे। वडिंग के मुताबिक, सुखबीर बादल ने ऐसा इसलिए किया क्योंकि वह राजा वड़िंग को 'टारगेट' मानते थे। अपनी पिछली जीत का ज़िक्र करते हुए वड़िंग ने कहा कि जब वे 2022 में जीते थे, तो उन्हें 50,000 वोट मिले थे और इतने ही वोट उपचुनाव में भी मिले थे।
वड़िंग ने कहा कि अगर सुखबीर सिंह बादल जी के पास समय नहीं है, तो वे हरसिमरत कौर बादल को यहां से चुनाव लड़ने दें। उन्होंने कहा कि उन्हें दोनों में से किसी के भी चुनाव लड़ने पर कोई एतराज नहीं है। वड़िंग ने चुनौती दी कि जब भी सुखबीर बादल गिद्दड़बाहा आएंगे, "गिद्दड़बाहा के सिंह उन्हें भोर देंगे।" वड़िंग ने याद दिलाया कि सुखबीर सिंह बादल को गोल्डी कंबोज ने 30,000 वोटों के अंतर से हराया था।
उनके चुनाव लड़ने का फैसला हाईकमान करेगी
दूसरी ओर, गिद्दड़बाहा से चुनाव लड़ने के बारे में पूछे जाने पर राजा वडिंग ने यह भी साफ किया कि वे चुनाव लड़ेंगे या नहीं और कहां से लड़ेंगे, इस पर आखिरी फैसला कांग्रेस पार्टी के हाईकमान-मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी करेंगे। वड़िंग ने खुद को कांग्रेस पार्टी का अनुशासित सिपाही बताया।