नई दिल्ली/चंडीगढ़ ; पंजाब में विनाशकारी बाढ़ की स्थिति पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से भेजे गए वरिष्ठ भाजपा नेता, श्री शिवराज सिंह चौहान, ने राज्य का दौरा करने के बाद अपनी रिपोर्ट और चिंताएं साझा की हैं। एक विस्तृत ट्विटर पोस्ट के माध्यम से उन्होंने कहा कि "प्रधानमंत्री जी पंजाब की परिस्थितियों से अत्यंत चिंतित हैं" और उन्हीं के निर्देश पर वे हालात का जायजा लेने पंजाब गए थे।
केंद्र सरकार पंजाब के साथ खड़ी है
श्री चौहान ने स्पष्ट किया कि संकट की इस घड़ी में केंद्र सरकार पूरी तरह से पंजाब की जनता और किसानों के साथ खड़ी है। उन्होंने लिखा, "मैं प्रधानमंत्री जी को पंजाब के नुकसान की विस्तृत रिपोर्ट सौंपूँगा। संकट बड़ा है, लेकिन इस संकट से निकलने के लिए केंद्र सरकार कोई भी कसर नहीं छोड़ेगी।"
उन्होंने राज्य सरकार से भी पूरी गंभीरता के साथ जमीनी स्तर पर काम करने का आग्रह किया और पुनर्निर्माण के लिए एक सुनियोजित दृष्टिकोण की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि पंजाब को इस संकट से बाहर निकालने के लिए अल्पकालिक, मध्यकालिक और दीर्घकालिक योजनाएँ बनानी होंगी।
पंजाब में बाढ़ की जो परिस्थितियां हैं, उससे आदरणीय प्रधानमंत्री जी अत्यंत चिंतित हैं । उन्हीं के निर्देश पर मैं वहां के हालात समझने पंजाब गया था।
पंजाब में जलप्रलय की स्थिति है। फसलें तबाह और बर्बाद हो गई हैं। संकट की इस घड़ी में केंद्र सरकार पंजाब की जनता और किसानों के साथ खड़ी… pic.twitter.com/zSjfttbvh6
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) September 5, 2025
अवैध खनन को बताया बाढ़ का बड़ा कारण
श्री चौहान ने बाढ़ के कारणों पर भी ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने याद दिलाया कि श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी के प्रधानमंत्री काल में सतलुज, ब्यास, रावी और घग्गर नदियों के किनारों पर बांध (बंध) मजबूत और ऊंचे किए गए थे। उन्होंने लिखा, "लेकिन अवैध खनन के कारण वे कमजोर हो गए और गांवों में पानी आ गया। अब जरूरी है कि उन संरचनाओं को मजबूत करना होगा ताकि भविष्य में ऐसी त्रासदी से पंजाब को बचाया जा सके।"
आगामी चुनौतियां और पंजाब के 'सेवा भाव' को सलाम
शिवराज सिंह चौहान ने बाढ़ के बाद आने वाली चुनौतियों के प्रति भी आगाह किया:
1. बीमारियों का खतरा: पानी उतरने के बाद बीमारियों के फैलने का खतरा होगा, जिसके लिए मरे हुए पशुओं का सुरक्षित निस्तारण आवश्यक है।
2. किसानों का संकट: खेतों में जमा सिल्ट को हटाने की योजना बनानी होगी, ताकि अगली फसल पर संकट न आए।
अंत में, उन्होंने संकट की इस घड़ी में पंजाब के लोगों के सेवा भाव की जमकर प्रशंसा की। उन्होंने लिखा, "मैंने पंजाब में पीड़ितों की सेवा करने की मिसाल देखी... मैं पंजाब के इस सेवा भाव को प्रणाम करता हूं। पीड़ित मानवता की सेवा ही भगवान की पूजा है।" उन्होंने कहा कि एकता और सेवा का यही भाव हमें इस बड़े संकट से बाहर निकालेगा।